चंदौली। अब टीबी के मरीजों को सरकारी अफसर गोद लेंगे। इससे टीबी के मरीजों को दवाओं के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी दिया जाएगा, ताकि वे जल्द से जल्द बीमार को मात देकर अपनी सेहत को हासिल कर सकें। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह अभिनव प्रयास हो रहा है। इस कड़ी में चंदौली ब्लाक निवासी दिनेश के 10 वर्षीय बेटे अभिषेक जो टीबी से ग्रसित है। जिसे एक सरकारी अफसर ने गोद ले लिया है और पौष्टिक आहार की व्यवस्था अब वह करेंगे। गोद लेने वाले अधिकारी ने दलिया, चना, सोयाबीन और बोर्नविटा समेत कुछ पौष्टिक आहार लगातार भेज रहे हैं। इस प्रयास का परिणाम है कि अभिषेक आज स्वस्थ्य जीवन जी रहा है। यह एक मात्र नजीर है। यह प्रयास यूं चलता रहा तो टीबी के मरीजों को बड़ी मदद मिलेगी।
इस बाबत जिला क्षय रोग अधिकारी डा. डीएन मिश्र ने बताया रोगी बच्चों को मुफ्त दवा के साथ पौष्टिक आहार के लिये 500 रुपये तो उन्हें पहले से ही दिया जा रहा था। अब सरकारी अफसर टीबी से पीड़ित गरीब बच्चों को गोद भी ले रहे हैं। जिला अधिकारी के निर्देश पर टीबी रोग से पीड़ित 119 बच्चों को विकास खण्डवार गोद लिया गया है और इन बच्चों को स्वस्थ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में टीबी होने की संभावना अधिक होती है। अगर बच्चा कुपोषित है तब टीबी होने की आशंका और बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि पोषण के साथ टीबी की नियमित दवा लेना बेहद महत्वपूर्ण होता है। तीन-चार महीने की दवा का प्रयोग कर लोगों को यह लगता है की टीबी की बीमारी खत्म हो चुकी है। इसी भ्रम में लोग दवा का सेवन बंद कर देते है। ब्लॉक में चिन्हित बच्चों पर विभाग द्वारा इन बिन्दुओं पर भी ध्यान देते हुये, उन्हें डॉक्टर द्वारा दी गई अवधि तक पूर्ण दवा कराने व नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जा कर जांच व डॉक्टर की सलाह लेने की जानकारी दी जा रही है।