बरहनी व चकिया के एडीओ पंचायतों को मिली प्रतिकूल प्रविष्टि
Young Writer, चंदौली। जनपद के ग्राम पंचायत भीखारीपुर के ग्राम विकास अधिकारी राजेश्वर पाल को जिलाधिकारी संजीव सिंह ने निलंबित करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। उन पर ग्राम प्रधान श्रीमती कृष्णावती देवी के फर्जी हस्ताक्षर व मुहर का इस्तेमाल करके कूट रचित प्रस्ताव तैयार कर जिला स्तरीय कमेटी को भेजा गया। साथ ही ग्राम प्रधान को पुनः बैठक कराकर पात्र अभ्यर्थी का चयन करने की कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
चकिया ब्लाक के भीखमपुर के सेक्रेटरी वरुण कुमार सिंह पर शासनादेशानुसार कोविड-19 के मृतक आश्रित रवि मौर्या का प्रस्ताव चयन हेतु नहीं भेजने का आरोप है। इसकी पुष्टि करते हुए डीएम ने सेक्रेटरी को तत्काल निलंबित करने का जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए। वहीं संबंधित सहायक विकास अधिकारी पंचायत सत्येंद्र श्रीवास्तव को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए गए।
विकासखंड बरहनी के ग्राम पंचायत जमुड़ा एवं कन्दवा में प्रधान का पद अनुसूचित जाति था। शासनादेशानुसार पंचायत सहायक का पद भी अनुसचित जाति का होगा। ग्राम विकास अधिकारी जगदीश केसरी द्वारा सिर्फ पुरुष अभ्यर्थियों की मेरिट बनाई गई। अनुसूचित महिला अभ्यर्थियों का आवेदन निरस्त किया गया। ग्राम पंचायत पोखरा में पंचायत सहायक अनारक्षित सीट थी जिसमें कोविड-19 मृतक आश्रित में पिछड़ी जाति का चयन कर दिया गया जो नियम विरुद्ध था। संबंधित ग्राम विकास अधिकारी जगदीश केसरी को अनियमित तरीके से किए गए प्रस्ताव एवं लापरवाही पूर्ण तरीके से जिला स्तरीय समिति को प्रस्तुत करने के आरोप में निलंबन हेतु जिला विकास अधिकारी को आदेशित किया गया। बरहनी के तत्कालीन एडीओ पंचायत मनोज कुमार श्रीवास्तव को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए गए।