पैदल मार्च निकालकर पहुंची कलेक्ट्रेट, सौंपा घायल
Young Writer, चंदौली। जनपद की सभी आशा संगिनी ने राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को मुख्यालय पर जुलूस निकाला। इस दौरान आशाओं को न्यूनतम 21000 वेतनमान दिए जाने की आवश्यकता जताई। साथ ही आशाओं को 50 लाख का जीवन बीमा व 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा किए जाने को जायज बताया। शाहजहांपुर की आशा पूनम पांडेय सहित सभी आशाओं पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाने की भी मांग की।
इसके अलावा चंदौली ब्लॉक के परासी कला की आशा एमपी यादव के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले बीसीपीएम को बर्खास्त कर एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की। इन्हीं महत्वपूर्ण मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर बिछिया स्थित धरनास्थल से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च कर ज्ञापन सौंपा। जिला संयोजिका माला यादव ने कहा कि प्रदेश मे आशाकर्मी भयानक गुलामी जैसी परिस्थितियों में कार्य कर रही हैं। उनके द्वारा किए गए कामं का न तो उन्हे कोई उचित पारिश्रमिक मिलता है न ही कोई पारितोषित ही दिया जा रहा है। आशाओं व संगीनियों के बकाया कोरोना भत्ता, टीकाकरण, कोविड सर्वे सहित सभी कार्य जो लिए गए हैं उनका अतिशीघ्र भुगतान किया जाय। सभी डिस्पेंसरियों में आशाओं/संगीनियो के लिए कॉमन रूम की व्यवस्था की जाय जहाँ आशाएं विश्राम कर सकें। अंत में सही 15 सूत्री ज्ञापन सौंपा है। इस मौके पर माला यादव,सुमन सिंह,नीतू पाल, एमपी यादव सहित दर्जनों आशाएं शामिल रही।