Young Writer, चंदौली। विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी को पुख्ता व सरकारी अमलीजामा पहनाने के लिए नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन रामकिशुन ने अपना नामांकन किया। इनका नामांकन की सूचना जैसे कलेक्ट्रेट अहाते को लांघकर बाहर आयी एकाएक चंदौली की राजनीतिक गलियारे चर्चाओं से गुल्जार हो गए और ठंड में भी चुनावी पारा एकाएक चढ़ गया है। हर कोई यह सोचकर स्तब्ध था और जानने को ललायित और आतुर नजर आया कि आखिरकार रामकिशुन किस दल से और कहां से नामांकन किया है। अगली पंक्तियों में इन तमाम सवालों के जवाब हैं।
दरअसल रामकिशुन ने गुरुवार को जनपद के चकिया सुरक्षित सीट से सर्वजन सनातन पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन किया। नामांकन पत्र के नियम-26 प्रारूप-4क में दिए गए विवरण में रामकिशुन पर किसी तरह का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं होने का उल्लेख किया गया है। ना ही उनके खिलाफ न्यायालय में कोई मामला लंबित है। इनके पास 15 हजार नकदी व उनकी पत्नी के पास 10 हजार रुपये नकदी है। आभूषण के नाम पर मात्र एक चांदी की अंगूठी इनके पास है जिसका मूल्य मात्र 500 रुपये है। वहीं पत्नी के पास 20 ग्राम सोने के आभूषण हैं। इनके व इनकी पत्नी के पास कृषि योग्य भूमि है। रामकिशुन ने अपनी आय का मुख्य स्रोत पेंशन व कृषि को दर्शाया है, जो मुगलसराय के निवासी हैं। लेकिन ये समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता व पूर्व सांसद रामकिशुन नहीं‚ बल्कि सनातन पार्टी के नेता हैं। हालांकि इन दिनों समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व मुगलसराय का बतौर विधायक प्रतिनिधित्व कर चुके रामकिशुन यादव को टिकट मिलने‚ ना मिलने को लेकर राजनीतिक चर्चाएं अपने उफान पर हैं और इस वक्त जब लोगों चुनाव के हार–जीत को लेकर कयास व चर्चाएं करने में मशगूल हैं। स्थिति यह है कि इस वक्त मुगलसराय विधानसभा सहित पूरे जनपद में सपा से किसे टिकट मिलेगा और किसका टिकट कटेगा जैसी चर्चाएं हो रही हैं ऐसे में रामकिशुन का नामांकन होना लोगों के चर्चा का केंद्र बिंदू होना स्वाभाविक है।