कुढे़ खुर्द व जगदीशसराय के ग्रामीण बोले, प्रशासनिक लापरवाही के लिए हो कड़ी कार्यवाही
Young Writer, चंदौली। मतदान जागरूकता कार्यक्रम, सोमवार को मतदान शुरू होते ही निष्प्रयोज्य साबित होता नजर आया। सकलडीहा विधानसभा के संघती गांव में ग्रामीणों ने जहां मतदान बहिष्कार किया। वहीं कुढ़े खुर्द में नाम मतदाता सूची में काट दिए जाने से खफा ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण मतदाताओं को मतदान के अधिकांश से वंचित होना पड़ता है। लिहाजा जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। इसी तरह जगदीशसराय गांव में भी कई मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब थे, जिसके कारण वोट डालने की उत्सुकता निराशा में बदल गयी।
सकलडीहा विधानसभा के संघती गांव के ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व प्रधान द्वारा गांव में कराए गए विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गयी है, जिसकी जांच की शिकायत बार-बार की गयी, लेकिन जिला प्रशासन ने ग्रामीणों की शिकायत व मांग को संज्ञान में नहीं लिया। अंततः हम सभी ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया है। कहा कि जब तक पूर्व प्रधान के खिलाफ जांच व कार्यवाही नहीं हो जाती हमारा मतदान बहिष्कार कर निर्णय कायम रहेगा। दूसरी ओर कुढ़े खुर्द गांव में कई ग्रामीणों के नाम वोटर लिस्ट से गायब थे। मतदान तिथि को इसकी जानकारी होने पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। कहा कि मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम में प्रशासनिक लापरवाही के कारण वोटरों को मतदान के अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है। इसी तरह मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र के जगदीशसराय गांव के बूथ संख्या-404 व 405 पर सुबह 10 बजे से एक-एक बूथ पर करीब 25 से 30 मतदाता वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण निराश होकर घर लौट गए। ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी ने पंचायत चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, लेकिन राजनीतिक साजिश के तहत उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया, ताकि हम सभी मतदान के अधिकार से वंचित रह जाएं। कहा कि इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों व अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।