आर्थिक संकटः चंदौली के 730 स्वच्छताग्रहियों को पांच साल से नहीं मिला मानदेय 

चंदौली मुख्यालय पर मानदेय के लिए प्रदर्शन करते स्वच्छताग्राही।
चंदौली मुख्यालय पर मानदेय के लिए प्रदर्शन करते स्वच्छताग्राही।

डीएम से मिलकर सुनाई व्यथा, डीएम बोले, दो दिनों में सकारात्मक पहल करेंगे

Young Writer, चंदौली न्यूज। जिले में स्वच्छता अभियान के तहत ग्राम सभाओं में तैनात स्वच्छताग्राही मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। शुरुआती दौर में पंचायती राज विभाग के द्वारा इन्हें निर्धारित मानदेय देने का भी आश्वासन दिया गया था, लेकिन तैनाती के पांच साल बाद भी स्वच्छताग्राहियों को फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुआ। इससे नाराज स्वच्छता ग्राहियों ने सोमवार को.कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी संजीव सिंह से मुलाकात कर अपनी व्यथा सुनाई। इसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने आश्वासन दिया कि दो दिनों के अंदर संबंधित विभाग से आख्या लेकर उनके हक में निर्णय लिया जाएगा।

इस दौरान स्वच्छता ग्राही ने बताया कि पंचायती राज विभाग के द्वारा उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जबकि शासन की ओर से नियोजन, समायोजन और मानदेय के भुगतान के लिए आदेश जारी हो चुका है। परंतु उसके बाद भी जिले के कुछ ऐसे अफसर चंद स्वच्छताग्रहियों को आधा अधूरा मानदेय देखकर अपनी जिम्मेदारियों से इतिश्री कर ली। जबकि जिले को ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त कराने में स्वच्छता ग्राहीयों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्वच्छता ग्राहियों ने ग्रामीणों को शौचालय के प्रयोग और खुले में शौच नहीं करने के लिए जागरूक किया था। दो दिनों में मानदेय नहीं मिला तो सभी स्वच्छता ग्राही जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन अनशन करने को बाध्य होंगे। इस दौरान जिलाध्यक्ष जय कृष्ण कुमार, राम सेवक, आनंद कुमार, माला देवी, तारा देवी, संजय कुमार, विजयपाल यादव, मनसा देवी, बेबी देवी, राधेश्याम, प्रवीण कुमार त्रिपाठी, रंजीत कुमार त्यागी, राकेश चौबे, रामचंद्र, सुजीत कुमार, शैलेश कुमार, कुलदीप कुमार गौतम, प्रदीप कुमार मौजूद रहे।