Young Writer, पड़ाव। दो वर्ष बाद एक बार फिर दुर्गा पूजा के लिए एक माह पहले से ही पंडाल बनना और सजना शुरू हो गया है। स्थानीय चौराहे के पास दुर्गा पूजा समिति पड़ाव चंदौली द्वारा विमल यादव की अध्यक्षता में बड़े पैमाने पर दुर्गा पूजा का कार्यक्रम होता है। दशकों से हर वर्ष जगह जगह के मंदिरों का झांकी पंडाल के रूप में तैयार कर मां दुर्गा का सप्तमी वाले दिन मूर्ति स्थापित कर विधि विधान से पूजा पाठ किया जाता है।
इस वर्ष बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर का स्वरूप पंडाल के रूप में किया जा रहा है जिसमें 800 बल्ली और बास 60 बंडल कपड़ायुक्त रस्सी का इस्तेमाल होगा। विदित हो कि कोरोना की वजह से सन 2020 और 2021 दुर्गा पूजा नहीं मनाया गया था जबकि 2019 में श्रीराम मंदिर का पंडाल बना था इस बार केदारनाथ धाम मंदिर बनाया जा रहा है उक्त संस्था के अध्यक्ष विमल यादव ने बताया कि पड़ाव ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सौजन्य से एक अक्टूबर को पंडाल में मूर्ति स्थापित किया जाएगा, जबकि इससे पूर्व नवरात्र के प्रथम दिन ही कलश की स्थापना कर पूजा पाठ आरंभ कर दिया जाएगा। मूर्ति स्थापित के बाद प्रसाद के रूप में सूजी का हलवा वितरित किया जाएगा, जो मूर्ति विसर्जन तक वितरण होगा।