Young Writer, चन्दौली। क्षेत्र का प्रतिष्ठित सेंट जान्स स्कूल जा रही खटारा जीप मंगलवार को नहर में पलट गयी। जिस वक्त यह हादसा हुआ जर्जर हो चुके जीप में चालक के अतिरिक्त कुल 30 बच्चे सवार थे। जैसा कि जिला अस्पताल में उपचार के दौरान बच्चों ने बताया। फिलहाल घटना के बाद चालक वाहन छोड़ भाग निकला। दुर्घटना में दो दर्जन बच्चों के घायल हो की जानकारी सामने आ रही है। वहीं आसपास के ग्रामीणों ने बच्चों को वाहन से बाहर निकाला और 108 एंबुलेंस को सूचना देने के साथ ही परिजनों को भी इसकी जानकारी दी। इस घटना से जहां जिला अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा वार्ड में परिजनों की भारी भीड़ जमा हो गयी। चिकित्सकों व कर्मियों ने बच्चों का उपचार किया। वहीं स्कूल प्रशासन व परिवहन विभाग इस मामले में अभी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
बताते हैं कि बच्चों को स्कूल लेकर जा रही नीले रंग की जीप यूपी 65 एच के आगे के नंबर गायब थे। जीप के आगे और पीछे दोनों तरफ नियमानुसार अब हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट होनी चाहिए, लेकिन वहां तो नंबर प्लेट ही गायब थ। साथ ही जीप का बाहरी हिस्सा पूरी तरह से जंग खाकर जर्जर हो चुका था। सेंट जान्स स्कूल के 30 बच्चों को बैठाकर रवाना हुई और जैसे ही कटसिला नहर मोड़ के पास पहुंची अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में चली गयी। घटना के बाद मौके पर चींख-पुकार मच गयी और आसपास मौजूद लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने किसी तरह बच्चों को बाहर निकाला। जानकारी होते ही करणी सेना के लोग भी वहां पहुंचे और उन्होंने भी राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग किया। बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार चल रहा था। जानकारी होते ही परिजन भागते हुए जिला अस्पताल पहुंच गए। फिलहाल इस घटना से अभिभावकों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि परिवहन के पूरे पैसे लेने के बाद भी उनके बच्चों को ठूंस कर स्कूल से लाने व ले जाने का काम किया जा रहा है। जो उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।
बच्चों के सेहत के प्रति डीएम ने जताई चिंता
Young Writer, चंदौली। सदर कोतवाली क्षेत्र के कटसिला गांव के पास स्कूली बच्चों से भरी जीप पलटने के बाद जनपद में हड़कंप मच गया। आनन फानन लोगों ने घायल बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन चार ही गंभीर रूप से घायल थे संयोग अच्छा रहा की इस दुर्घटना में 30 बच्चों में 26 बच्चे बाल-बाल बच गए। इसकी जानकारी जैसे ही जिलाधिकारी ईशा दुहन को भी वैसे ही उन्होंने सीएमओ युगल किशोर राय और सीएमएस डॉक्टर उर्मिला सिंह और सर्जन डॉक्टर अनिल सुमन बच्चों के इलाज कार्य में जुट गए। यही नहीं जिलाधिकारी ने सीएमओ को भेचकर बच्चों के परिजनों से मोबाइल पर बात की और कहा कि किसी भी प्रकार की कोई भी दिक्कत हो मुझे अवगत कराएं। बच्चों के प्रति स्नेह स्नेह और प्यार देखकर सभी लोग जिलाधिकारी के इस रवैया से गदगद रहे परिजनों ने उनकी तारीफ की और कहा कि ईश्वर की कृपा है कि बच्चों को ज्यादा छोटे नहीं आई तीन बच्चों को इलाज करने के बाद छोड़ दिया गया वहीं एक को भर्ती किया गया है जिसमें जमुनीपुर गांव निवासी अर्नव 11 वर्ष और उसकी बहन अनन्या 13 वर्ष घायल थी लेकिन अनन्या की हालत ठीक होने पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया। वही सर्जन डॉक्टर अनिल सुमन में धनउर और निवासी आदित्य राज 13और विगत निवासी दिव्यांश 12 वर्ष का उपचार किया। इसी दौरान जिलाधिकारी ने फोन करके दोनों बच्चों के परिजनों से बात की। वही अर्नव 11 वर्ष से बात करो उसके सेहत का हाल जाना और चिकित्सकों को निर्देश दिया कि बच्चों के उपचार में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।