चंदौली निकाय चुनावः सभासद पद के उम्मीदवारों ने चुनावी प्रचार में झोंकी ताकत

चंदौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर-12 गौतम नगर वार्ड में चुनाव प्रचार करते उम्मीदवार।
चंदौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर-12 गौतम नगर वार्ड में चुनाव प्रचार करते उम्मीदवार।

चंदौली नगर के मतदाताओं ने उम्मीदवारों के सुने वादे, सुनाई अपनी समस्याएं

Young Writer, चंदौली। निकाय चुनाव की सरगर्मी अब लोग के सिर चढ़कर बोल रही है। चुनावी चर्चाओं से ठंड के मौसम में जहां माहौम गर्म हो गया है। वहीं प्रत्याशियों का चुनावी दौरा पर गति पकड़ने लगा है। चेयरमैन पद के उम्मीदवारों की सक्रियता के सापेक्ष वार्ड सभासद का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अबकी बार कुछ ज्यादा ही सक्रिय नजर आ रहे हैं। रविवार को चंदौली नगर के अलग-अलग वार्डों में उम्मीदवारों व भावी उम्मीदवारों ने लोगों से सम्पर्क किया। संवाद स्थापित वोटरों का कुशल-क्षेम जाना। साथ ही चुनाव में उनके साथ व सहयोग की अपेक्षाओं को भी सादगी व संजीदगी के साथ व्यक्त किया और उनका आशीष लेकर अपनी चुनावी जमीन को मजबूत करते नजर आए।

गौतम नगर वार्ड में चुनाव प्रसार करती प्रियंका व उनके समर्थक।

विदित हो कि इन दिनों चंदौली नगर क्षेत्र के 15 वार्डों में मतदाताओं से मिलने-जुलने और अपने चुनावी प्रचार को गति देने एक-एक उम्मीदवार जुटा हुआ है। सभी अपनी छवि को बेहतर दिखाने व बताने की जुगत में है। इसी कड़ी में नगर के वार्ड नंबर-12 गौतम नगर महिला उम्मीदवार प्रियंका अपने पति अजीत सोनी व समर्थकों के साथ, वार्ड नंबर-13 राजीव नगर, वार्ड नंबर-14 गांधी नगर के साथ ही वार्ड नंबर-4 नेहरू नगर, वार्ड नंबर-2 शास्त्री नगर समेत अन्य वार्डों में रविवार को चुनावी हलचल व्यापक पैमाने पर दिखी। हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार उस वक्त असहज महसूस करते दिखे। जब मतदाताओं ने अपने आसपास की समस्याओं से उन्हें रूबरू कराया और यह जताया कि चुनाव में आज उम्मीदवार उनके दर पर है, लेकिन पिछले पांच सालों से वह अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दर-दर भटके हैं। ऐसी स्थिति में खासकर वर्तमान से निवर्तमान हो रहे वार्ड सभासद मतदाताओं के समक्ष निरुत्तर नजर आए। वहीं नए उम्मीदवारों ने नए भरोसे के साथ खुद पर भरोसा जताने की बात कही। नगर के माहौल को देख अब यह प्रतीत होने लगा है कि धीरे-धीरे चंदौली नगर के निकाय चुनाव का माहौल गर्म होने लगा है। पुरुष उम्मीदवारों के साथ ही अबकी बार महिला उम्मीदवारों ने खुद अपने चुनावी प्रचार-प्रसार की कमान संभाल रखी हैं और वे खुद वोटरों से मिलकर अपनी प्राथमिकता व अपने वादों को मजबूती से रखती नजर आ रही है, जो महिलाओं के स्थानीय राजनीति में सक्रियता को दर्शाता है।