चंदौली। दिल्ली कोलकाता नेशनल हाईव पर चंदौली के नवीन मंडी में एक हेक्टेयर में 61.87 करोड़ की लागत से अल्ट्रा माडल मत्स्य मंडी का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। यह मंडी सबसे आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी। पीएम मोदी ने जीआईएस-23 के मंच से फिशरी को लेकर बड़ी संभावना जतायी थी। चंदौली में भारत की पहली मत्स्य संबंधित कारोबार की स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट होगी। इसमें मछली की होलसेल और रिटेल मार्केट भी रहेगा।
डीएम ईशा दुहन ने बताया कि यहां सीड्स, फीड्स, दवाएं और उपकरण सभी चीजें एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी। मछली पालन को लेकर दुनिया भर में चल रही नई तकनीक का प्रदर्शन आधुनिक एग्जिबीशन हाल में किया जाएगा। मत्स्य पालकों के प्रशिक्षण, सेमिनार आदि के लिए कांन्फ्रेंस हाल भी तैयार किया जाएगा। वहीं पीपीपी माडल पर दूसरी मंजिल पर एक एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट भी होगा। जहां फिश के कई प्रकार के व्यंजनों का स्वाद कोई भी चखा जा सकता है। अल्ट्रा माडल मत्स्य मंडी का निर्माण कार्य को लेकर एक संस्था से अनुबंध हो चुका है और जुलाई 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। पूर्वांचल के लिए स्टेट आफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट मील का पत्थर साबित होगा। इससे मत्स्य पालकों की आय में बढोत्तरी होगी। मत्स्य पालन के लिए बढ़ावा भी मिलेगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। इसके निर्माण से सिर्फ चंदौली के 1125 मत्स्य पालकों को उनके मत्स्य उत्पाद का उचित मूल्य मिलने से आय में वृद्धि होगी। जबकि स्टेट आफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट में 25 हजार टन का व्यवसाय संभावित है। इसके साथ ही प्रत्यक्ष रूप से 125 और एक हजार से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होगा। कहा कि मंडी की पूरी बिल्डिंग सेंट्रली वातानुकूलित होगी। इसमें 111 दुकानें होंगी। ऊर्जा बचाने के लिए 400 किलोवाट का सोलर पावर भी लगाए जाने की योजना है। आने जाने के रास्ते अलग-अलग होंगे। मछलियों की दुर्गन्ध न फैले इसके लिए भी विशेष प्रबंध होगा। व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरों के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा। स्टेट ऑफ़ होलसेल फिश मार्केट के निर्माण में 30 करोड़ केंद्र सरकार और 20 करोड़ राज्य सरकार के साथ 11.87 करोड़ मंडी परिषद खर्च करेगी।