अवैध वसूली में एफआईआर , दो पुलिस कर्मी हिरासत में


शिकायत के बाद एसपी ने बैठाई जांच,
चंदौली। जनपद पुलिस शुक्रवार को एक बार फिर अपने कारनामे को लेकर सुर्खियों में रही। मामला अवैध व भ्रष्टाचार का है, जो उस वक्त खुला जब पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने जांच के आदेश दिए। विभागीय जांच में प्रथम दृष्टया सकलडीहा कोतवाली अंतर्गत नई बज़ार चौकी के पुलिस कर्मियों की संलिप्तता पुष्ट हुई तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एफआईआर दर्ज कर दोषी पुलिसवालों को चंदौली पीएचसी में मेडिकल कराकर आगे की कार्यवाही में जुट गई।
एसपी अंकुर अग्रवाल को सीधे की गई शिकायत के मुताबिक शिकायतकर्ता ने उन्हें इस बात की जानकारी दी कि यूपी की सीमा में दाखिल होते ही उसके मछली लदे ट्रक को रोक लिया गया। इस दौरान दो वर्दीधारियों के साथ मौजूद चार अन्य ने वाहन चालक को धौंस दिखाकर रोक लिया और उसे छोड़ने के एवज में बड़ी रकम की मांग कर डाली। वाहन चालक के आरोपों के मुताबिक उसे नौबतपुर से नई बाजार पुलिस चैकी लाया गया, जहां उसने पुलिस अधिकारी की अपने स्वामी से टेलीफोनिक बातचीत कराई और मामला हल करने के लिए बड़ी रकम ली गई। इसके बाद जैसे ही ट्रक पर लदी मछलियां अपने गंतव्य हरियाणा पहुंची। ट्रक मालिक द्वारा एसपी चंदौली के सरकारी नंबर पर अवैध वसूली की शिकायत करते हुए घटित घटनाक्रम से अवगत कराया। बताया कि खुद को क्राइम ब्रांच बताने वाले चार लोग दो वर्दीधारियों से उनके ट्रक को रोककर वसूली की है। मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया और तत्काल विभागीय जांच बैठा दी। इसके बाद एसपी के निर्देश पर सकलडीहा कोतवाली में दो पुलिस कर्मियों समेत चार अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दो को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद शाम को उन्हें चंदौली पीएचसी पर आरोपी पुलिस वालों का मेडिकल मुआयना करा कर आगे की कार्यवाही में जुट गई। इस दौरान चंदौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सकलडीहा कोतवाली पुलिस के साथ ही चंदौली अन्य थानों को फोर्स तैनात रही। इस संबंध में एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि अवैध वसूली व भ्रष्टाचार जैसा कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत को महकमे ने गंभीरता से लेते हुए जांच किया और फरार चल रहे चार अज्ञात लोगों की धर-पकड़ के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हैं। 

सकलडीहा सीओ की बाइट