सुभासपा सुप्रीमो ने सपा राष्ट्रीय महासचिव पर साधा निशाना
चकिया। सुभासपा सुप्रीमो ओमप्रकाश राजभर गुरुवार को जनपद दौरे पर रहे। इस दौरान चकिया में आयोजित सम्मान समारोह में कार्यकर्ताओं में जोश भरा। साथ ही सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को मतलब परस्त नेता करार दिया। कहा कि रामचरित्र मानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य व्यक्तिगत फायदे की राजनीति कर रहे थे। जब ये सत्ता में थे तो उन्होंने रामचरित्र मानस का पूजन अर्चन कर खुद बने मंत्री और अपनी बेटी को सांसद बनाया। लेकिन आज सत्ता से दूर होते ही रामचरित्र मानस की चौपाई पर सवाल उठा रहे हैं।






इस दौरान उन्होंने नवरात्रि में रामायण वाले मुद्दे पर सत्तासीन भाजपा सरकार को भी निशाने पर लिया। कहा कि जो कहा जो पार्टी सत्ता में रहती है वह अपने हिसाब से राजनीतिक फैसले लेती है। यह कोई नयी परम्परा नहीं है। कहा कि दलितों व पिछड़ों को लेकर यदि किसी को विरोध है तो वह सत्ता में आने का प्रयास करें। कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा दल सूबे की सत्ता में रहे और उस दरम्यान इन दलों ने क्या किया सभी ने देखा। ओमप्रकाश राजभर ने राहुल गांधी का बयान औचित्यहीन बताया। वहीं महबूबा मुफ्ती के भगवान शंकर के जलाभिषेक करने के सवाल पर कहा कि मलतब परस्त नेता कभी जल चढ़ाते हैं तो कभी चादर। इनका विरोध करने वाले गैरराजनीतिज्ञ है। 2024 के लोकसभा चुनाव के बाबत तीसरे मोर्च के गठन पर कहा कि ईडी व सीबीआई से भाग रहे लोगो का गिरोह तीसरा मोर्चा है। साथ ही यह भी कहा कि ईडी व सीबीआई ही भाजपा को ले डूबेगी। अंत में उन्होंने आमजन को बड़ा भरोसा दिया कि वे सत्ता में आए तो चिकित्सा व शिक्षा पर विशेष फोकस होगा। गरीबों का 10 लाख तक का उपचार निःशुल्क होगा, वहीं एलकेजी से पीजी तक की पढ़ाई पूरी तरह से शुल्क रहित होगी, ताकि देश पढ़े, आगे बढ़े और तरक्की करे। इसके अलावा उन्होंने महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने के साथ ही 10 साल में जाति आधारित जनगणना कराने की दावा किया। कार्यक्रम में सालिक यादव, बेबी राम, संतोष राजभर, राधिका बिंद, बबलू राजभर, लक्ष्मी राजभर, वकील राजभर, मुन्ना चौहान, आनन्द राजभर, अशोक राजभर आदि उपस्थित रहे।