Young Writer, डीडीयू नगर। राजकीय रेलवे पुलिस ने रुटिन चेकिंग के दौरान असम से तस्करी कर ले जा रहे साढ़े आठ किलो ऊद की लकड़ी के साथ एक युवक को पकड़ा। बरामद लकड़ी की कीमत 12.75 लाख रुपये बताई गई। तस्कर लकड़ी की खेप अंबेडकर नगर ले जा रहा था। लिखा पढ़ी के बाद बरामद लकड़ी और तस्कर को जीआरपी ने वन विभाग को सौंप दिया।
इस बाबत जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार की देर शाम एसआई विद्या सागर ओर उनकी टीम स्टेशन पर रुटिन गश्त कर रहे थे। तभी प्लेटफार्म संख्या तीन और चार के फुटओवर ब्रिज के पास एक ट्रॉली बैग लिए युवक संदिग्ध हाल में दिखा। उसे पकड़ कर ट्रॉली बैग की तलाशी ली गई। तलाशी लेने पर बैंग से अगर (ऊद) की कीमती लकड़ी बरामद हुई। युवक लकड़ी के कोई कागजात आदि नहीं दिखा सका। पूछने पर उसने अपना नाम मोहम्मद जिकारिया निवासी संदहा मझगावां अंबेडकर नगर बताया। पूछताछ में तस्कर ने बताया कि वह असम से लकड़ी लेकर अंबेडकर नगर जा रहा है। तौल करने पर लकड़ी का वजन साढ़े आठ किलो मिला। निरीक्षक ने बताया कि ऊद (अगर) की लकडी अत्यंत सुगंधित और कीमती होती है। परफ्यूम, औषधि बनाने व पूजा पाठ में इसका उपयोग किया जाता है। बाजार में ऊद की लकड़ी की कीमत डेढ लाख रुपये प्रति कलिो है। इस तरह बरामद लकड़ी की कीमत 12.75 लाख रुपये बताई गई। इसकी सूचना पर वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। वन क्षेत्राधिकारी जेपी राय के निर्देश पर कोतवाली आए वन रक्षक नागेन्द्र सिंह और सुभाष को बरामद लकड़ी और तस्करी का आरोपी को सुपुर्द कर दिया गया। आगे की कार्रवाई वन विभाग की टीम करेगी।