वाराणसी की जगह लखनऊ से जल्द शुरू होने वाली हैं हज यात्रा 2023 की उड़ाने
Young Writer, चंदौली। हज यात्रा की उड़ाने जल्द शुरू होने वाली है। अबकी बार वाराणसी की बजाय लखनऊ से हज यात्रियों का जत्था सउदी अरब के लिए रवाना होगा। इस बदलाव से चंदौली समेत पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों के हज यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। हालांकि हज यात्रा के दौरान कोई दिक्कत न हो इसके लिए चयनित हज यात्रियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। बावजूद इसके हज का सफर जायरिनों के लिए सहूलियत और आसान हो इसके लिए तकवा ट्रैवल्स के संचालक मोहम्मद दिलनवाज ने कुछ छोटी लेकिन अहम जानकारी साझा की है, ताकि हज यात्रा में होने वाली दिक्कतों से बचा जा सके।
उन्होंने हज यात्रा 2023 के दौरान ले जाए जाने वाले सामान, बैग और उसके वजन के बारे में भी बताया। बताया कि हज पैकिंग के दौरान जरूरी सामान को ही जायरिन शासन द्वारा निर्धारित 20-20 किलो के दो बैग में पैक करें और उस पर अपना कवर नंबर, पता और मोबाइल नंबर मार्कर पैन से स्पष्ट लिखे। कहा कि हज के लिए ले जाए जाने वाले सामान में एहराम 2 जोड़ी, कमर बेल्ट, जानमाज, टोपी दो पीस, तस्बीह के साथ ही 4 या 5 जोड़ी कपड़ा होना चाहिए। इसके अलावा लूंगी दो पीस, मोज़ा दो पीस, हवाई चप्पल दो पीस, साबुन नहाने व कपड़े धोने का तथा कपड़ा धोने का सर्फ पाउडर, शैंपू, तौलिया, कंघी व तेल सर में लगाने के लिए बैग में रख लें।
इसके अलावा यदि आप चश्मा लगाते हैं तो चश्मा 2 जोड़ी व काला चश्मा 1 पीस, टूथ ब्रश, पेस्ट, पेपर शॉप भी अपने साथ रख लें। यदि आपको किसी तरह की दवा चलती है तो दवा के साथ डॉक्टर का पर्चा भी रखें। इसके अलावा छोटी कैची चाकू लगेज में, हज गाइड किताब, दुआओं की किताब, मोबाइल, चार्जर, डायरी पॉकेट साइज, ताला लगेज के लिए, सऊदी रियाल, सुई धागा, चाट मसाला, वैसलीन, मास्क , सेनीटाइजर, तेल मालिश के लिए, 4 या 5 मीटर रस्सी, चौड़ा सेलोटेप, परमानेंट मार्कर लगेज में रखें। इसके अलावा खाने के लिए ड्राई फ्रूट, रूमाल दो पीस, पेन दो पीस, इत्र, अंडरवियर, बनियान, नाइसील पाउडर, चादर दो पीस, पुराना अखबार की भी जरूरत पड़ेगी।


हज यात्री इस बात का ध्यान रखें कि अपने साथ 20-20 किलो का दो बैग ले जाएं। साथ ही एक हैंड बैग, जिसमें 10 किलो तक सामान रख सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हज यात्री 18 हजार रुपये वापसी की उम्मीद ना रखें। क्योंकि पहले हज यात्रियों की उड़ाने गो एयर से थी, जिसे बदलकर सउदी एयरलाइंस कर दिया गया है, जिसका किराया महंगा होने का तर्क देते हुए पैसे वापस नहीं होने की संभावनाएं अधिक हैं।