Young Writer-नियामताबाद। जिला पंचायत संसाधन केन्द्र चंदौली में जनपद गाजीपुर के विकास खण्ड सदर के 14 ग्राम पंचायतों के 52 प्रतिभागियों की तथा जनपद वाराणसी के विकास खंड हरहूआ के 14 ग्राम पंचायतों के 48 प्रधानगण, पंचायत सहायक, सफाई कर्मी के प्रशिक्षण का आगाज हुआ। इसका शुभारंभ वरिष्ठ फैकल्टी सुनील सिंह, डीपीआरसी चंदौली तथा प्रधानगण के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
बताया गया कि मॉडल ग्राम पंचायत बनाया जाना है, जिसके क्रम ग्राम पंचायत में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत ग्राम पंचायत में समेकित अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का निर्माण घरों से निकलने वाले जैविक अपशिष्ट द्वारा खाद गढ्ढा, कृषि अपशिष्ट के लिए नाडेप तथा गोबर अपशिष्ट के वर्मी खाद पीट का निर्माण तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सामुदायिक सोक पीट, मैजिक पीट, लीच पीट, सिल्ट चेंबर तथा फिल्टर चैंबर, वेस्ट स्टेबलाइजेशन पौंड का निर्माण, कराया कराया जाएगा। ग्राम पंचायत को ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंध के लिए 5000 से कम आबादी के लिए प्रति व्यक्ति 60 रुपए ठोस के लिए एवम तरल के लिए 280 रुपए तथा 5000 से ऊपर 45 रुपए ठोस एवं 660 रुपए प्रति व्यक्ति स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज 2 के तहत ग्राम पंचायत को दिया जाएगा। एसबीएम के द्वारा 70 प्रतिशत तथा शेष धनराशि केंद्रीय वित्त के टाइड फंड से लिया जाएगा। ग्राम पंचायत को एस्पायरिंग, राइजिंग तथा माडल ग्राम बनाना है, जिस ग्राम पंचायत में ठोस या तरल दोनों में से किसी एक में कार्य कराया गया है तो एस्पायरिंग होगा जिसमे दोनो कार्य करा लिया गया उसे राइजिंग तथा जिस ग्राम पंचायत में दोनो के साथ साथ वाल पेंटिंग, जागरूकता अभियान किया गया हो वो ग्राम पंचायत मॉडल ग्राम पंचायत के श्रेणी में होगा। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर कंसल्टिंग इंजीनियर विनोद कुमार, अनुज कुमार जायसवाल, धनश्याम कुमार, फैकल्टी सुनील सिंह के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में आज कुल गाजीपुर 50 में से 43 प्रतिभागी तथा वाराणसी में 44 में से 35 उपस्थित थे।