समायोजन तक सम्मानजनक मानदेय देने सहित अन्य मांगों को रखा
Young Writer, चंदौली। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जनपद दौरे पर आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से चंदौली जिला मुख्यालय पर मिला। इस दौरान शिक्षामित्रों ने अपने भविष्य को सुरक्षित करने जैसे अतिमहत्वपूर्ण मांग को डिप्टी सीएम के समक्ष रखा। साथ ही यह भी अवगत कराया कि प्राथमिक शिक्षा की नींव को शिक्षामित्र कड़ी मेहनत व लगन से मजबूत बनाने का पूरी निष्ठा से निरंतर करते चले आ रहे हैं। ऐसे में सरकार को उन वादों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहिए, जो उसके शिक्षामित्रों के साथ किया था।
इस दौरान जिलाध्यक्ष इंद्रजीत यादव अजीत ने कहा कि भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में आयोजित चुनावी रैली के दौरान शिक्षामित्रों के भविष्य जिम्मेदारी ली थी, लेकिन अभी तक शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भाजपा सरकार की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। जिस कारण आज प्रदेश के लगभग 1.5 लाख शिक्षामित्रों के परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इनके बच्चे धनाभाव के कारण जरूरी शिक्षा हासिल करने से वंचित रह जा रहे हैं। इसके अलावा घर-परिवार की दवाई, भरण-पोषण, शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में शिक्षामित्रों का धैर्य धीरे-धीरे जवाब दे रहा है। औसतन प्रति वर्ष सैकड़ों शिक्षामित्र काल के गाल में समा जा रहे हैं, जिससे उनका परिवार अनाथ होता जा रहा है। कहा कि शिक्षामित्रों की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए समायोजन की प्रक्रिया पूर्ण होने तक शिक्षामित्रों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए। टेट व सीटेट उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को नियमों में छूट प्रदान करते हुए सहायक अध्यापक बनाया जाए। डिप्टी सीएम ने शिक्षामित्रों की मांगों को प्रदेश सरकार तक पहुंचाकर पूरा करा का आश्वासन दिया। इस अवसर पर हेमंत मौर्या, ओमप्रकाश मौर्या, जय प्रकाश मौर्या, आशुतोष मौर्या, मनोज तिवारी, राजेश सिंह, अजीत तिवारी, अनिल जायसवाल, सुमित कुशवाहा, अशोक आदि उपस्थित रहे।