आरोप, राजनीतिक स्वार्थ के लिए बर्बाद कर दिए जनता 6.66 करोड़ रुपये
चंदौली। सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू नौ साल चंदौली बदहाल अभियान की कड़ी में सोमवार को माधोपुर स्थित इंडो-इजराइल पद्धति पर तैयार किए जा रहे सब्जी अनुसंधान केंद्र पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां का जायजा लिया और एक बार फिर सैयदराजा के विधायक समेत सांसद व भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा। कहा कि यदि चंदौली जिले के बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कृषि प्रधान जनपद में आज तक कृषि की पढ़ाई को कोई बंदोबस्त नहीं हो सका है। यह स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नाकामी और सरकार के किसान विरोधी होने का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि इंडो-इजराइल सब्जी अनुसंधान केंद्र की स्थापना मात्र छलावा है। क्योंकि भाजपा के सांसद व विधायक को माधोपुर में बन रहे राजकीय मेडिकल कालेज को यहां से ले जाना था। ऐसे में आक्रोशित जनता को भ्रमिक करने के लिए यह षड्यंत्र किया गया। स्थिति यह है कि इस अनुसंधान केंद्र के लाभ से जनपद व यहां के किसान वंचित है। 6.66 करोड़ की लागत से अनुसंधान को स्थापित किया गया। यह जानकर आश्चर्य होगा कि जिस भूमि पर इंडो-इजराइज सब्जी अनुसंधान केंद्र को स्थापित किया है वह उसर की जमीन है। आरोप लगाया कि अपने राजनीति स्वार्थ को साधने के लिए जनता के 6.66 करोड़ रुपये भाजपा के नेताओं ने बर्बाद कर दिया। कहा कि इसी पैसे से यदि सरकार व सरकार के नुमाइंदे जनपद चंदौली में एक कोल्ड स्टोरेज की स्थापना कर देते तो स्थानीय किसानों के लिए यह एक बड़ी मदद होती। किसान यहां शिमला मिर्च, हरी सब्जियां आदि की बेहतर पैदावार करने की दक्षता व क्षमता रखते हैं, लेकिन कोल्ड स्टोरेज होने के अभाव में वह बड़े पैमाने पर इन सब्जियों की खेती करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। यदि ऐसा होता तो आज जनपद में सब्जियों के दाम जो आसमान छू रहे हैं। महंगाई ने मध्यम व गरीब वर्ग के रसोईघर का बजट बिगाड़ रखा है। यदि कोल्ड स्टोरेज की स्थापना का सपना पूरा हो गया होता तो जनपद में महंगाई इस कदर आमजन को परेशान नहीं करती। साथ ही बीएससी एग्रीकल्चर व एमएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई के महाविद्यालय की स्थापना आवश्यक है, ताकि युवा पढ़-लिखकर खेती-किसानी में आधुनिक संसाधनों व उन्नतशील बीजों का प्रयोग कर बेहतर पैदावार से अच्छी आय अर्जित कर जनपद का नाम रौशन करने के साथ ही अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर और सुदृढ़ बना सके।