सकलडीहा विधायक ने विधानसभा सत्र के अंतिम दिन जिला अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही का उठाया मुद्दा
Chandauli News: समाजवादी पार्टी से सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने विधानसभा सत्र के अंतिम दिन जनपद चंदौली के जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को मजबूती के साथ उठाया। उन्होंने जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के बेपटरी होने का जिक्र किया। उन्होंने सदन को बताया कि पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार के नाम पर खानापूर्ति और उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने बीते 26 जुलाई की घटना की जिक्र किया और बताया कि वह उस घटना के साक्षी के तौर पर मौके पर मौजूद रहे। जिसे विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने स्वीकृति प्रदान करते हुए कार्यवाही के लिए पत्रावली सरकार को प्रेषित कर दिया।
उन्होंने नियम-56 के तहत सदन को अवगत सकलडीहा क्षेत्र के शिवपुर गांव निवासी बनारसी यादव पुत्र स्वर्गीय जीउत यादव को दिन में पेट में दर्द प्रारम्भ हुआ तो इनके भाई व परिवार के लोग उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए, जहां आकस्मिक चिकित्सा विभाग में मौजूद चिकित्सक को दिखाया। डाक्टर द्वारा यह कहते हुए मरीज को रेफर करने की बात कही कि यहां कोई सर्जन नहीं है, जबकि वास्तविकता यह है कि जिला अस्पताल में तीन सर्जन हैं। डाक्टर द्वारा परिजनों को बताया कि मरीज को बीएचयू रेफर कर देते हैं यहां ईलाज नहीं हो पाएगा। इसके बाद परिजनों द्वारा फोन से मुझे सूचना दी गई। जिला अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा विभाग में मौजूद चिकित्सक से टेलीफोनिक बातचीत की और अस्पताल पहुंचा। फोसन से सीएमएस को फोन किया तो वह अस्पताल से गायब थी और बताया कि वह लखनऊ में है। इसके बाद में प्रभारी सीएमएस को फोन किया गया तो वह वाराणसी अपने आवास पर मौजूद थे। पुनः सीमएओ को फोन करके के दो घंटे के बाद सर्जन बुलाने पर भी नहीं आए। इसके बाद प्रकरण से डीएम को अवगत कराया गया। तब जाकर डाक्टर व दो सर्जन व कार्यवाहन सीएमएस अस्पताल आए। ईलाज न करना हो इसके लिए मरीज को परेशान करना चाहा। मामले को गंभीर बताकर बीएचयू रेफर कर दिया। अंततः मरीज का बीएचयू में ईलाज हुआ और वे अगले दिन घर लौट आए। सकलडीहा विधायक ने बताया कि जिला अस्पताल चंदौली में मरीजों का उपचार नहीं होता। यहां तैनात चिकित्सकों द्वारा मरीजों को रेफर करने की परम्परा हो गई। जिनका उपचार हो सकता है उन्हें भी जानबूझ कर रेफर कर दिया जाता है। यह गरीबों व किसानों से जुड़ा मामला है। इसमें जिला अस्पताल चंदौली की सीएमएस ऐसी लापरवाही लगातार कर रहे हैं जिस कारण गरीबों का समय से उपचार नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा सकलडीहा विधायक ने नियम-301 के अंतर्गत पपौरा-अमिलाई सम्पर्क मार्ग का मुद्दा उठाया और किसान हित में इसके मरम्मत की आवश्यकता जताई। वहीं नियम-51 के तहत जगन्नाथपुर-रानीपुर-बलुआ सराय सम्पर्क मार्ग का जिक्र किया और जनहित में विशेष मरम्मत का कार्य कराए जाने की आवश्यकता जताई।