Chandauli News: समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने रविवार को चंदौली के विकास पुरूष पंडित कमलापित त्रिपाठी को श्रद्धांजलि देने कमलापति पार्क पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरे श्रद्धाभाव से राजनीतिक प्रेरणास्रोत पंडित कमलापति त्रिपाठी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और शीश नवाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही चंदौली के विकास में दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला। कहा कि चंदौली के लोग पंडित कमलापति त्रिपाठी को सदैव अपनी स्मृतियों में जीवंत रखेंगे। क्योंकि चंदौली के लिए उन्होंने जो बहुआयामी व ऐतिहासिक काम किया है उससे चंदौली की तस्वीर बदल गयी।
इस दौरान वर्तमान जनप्रतिनिधियों को पंडित कमलापति त्रिपाठी से सीख लेने की आवश्यकता जताई। कहा कि चुनावी सभा कार्यक्रम में चंदौली पॉलिटेक्निक कॉलेज की जो बाउंड्री वॉल तोड़ी गई आज 7 से 8 वर्षाे तक उस बाउंड्री को भी नहीं जोड़ा गया। बाउंड्री से लेकर बिल्डिंग तक खण्डहर बन चुका है। पंडित कमलापति राजकीय डिग्री कॉलेज में नए विषयों की मान्यता तक नहीं मिल पाई। मेडिकल कॉलेज बनाने के नाम पर पंडित जी के द्वारा बनवाए गए जिला अस्पताल को भी तोड़फोड़ कर तहस-नहस कर प्राइवेट हाथों में सौंपने की साज़िश हो रही है। यहां तक की जिला अस्पताल से पंडित जी का नाम हटाए जाने की साज़िश हो रही है। जनपद चन्दौली में नहरों का जाल बिछा हुआ है, लेकिन सरकार एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण जिले में सुखे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नहरे टूटी-फूटी, जीर्ण-शीर्ण अवस्था में घास-फुस से पटी हुई है। स्थिति यह है कि नहरों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पंडित जी के द्वारा नारायणपुर में एशिया का सबसे बड़ा लिफ्ट कैनाल बनवाया गया। सरकार उस लिफ्ट कैनाल को चलाने के लिए पर्याप्त मात्रा में बिजली तक उपलब्ध नहीं हो पा रही है जिसके कारण पूरी क्षमता से लिफ्ट कैनाल नहीं चल पा रहा है, जिस वजह से किसानों को सिंचाई में परेशानी हो रही है। कांग्रेस सरकार में पंडित जी ने चकिया, नौगढ़ में दर्जनों बांध-बंधियो का निर्माण कराया था जो मरम्मत के अभाव में ध्वस्त पड़े हुए हैं। बांधों में किसानो की सिंचाई के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं है। 40 वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार में पंडित जी के द्वारा बनाए गए पॉलिटेक्निक कॉलेज, डिग्री कॉलेज, सिंचाई विभाग, जिला हॉस्पिटल के बिल्डिंग में हीं न्यायाधीशों एवं जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सहित जिले के उच्च अधिकारियों का आवास है। 40 वर्षों में इन अधिकारियों के रहने के लिए आवास तक नहीं बन पाया है। कहा कि चंदौली जनपद में पुरानी ट्रेनों का ठहराव भी नहीं हो सका। तत्कालीन सरकार एवं जनप्रतिनिधि जनपद चन्दौली में बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सभी मोर्चे पर फेल है।