चकिया। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो कुमारी मायावती के निर्देश पर गुरुवार को जिलाध्यक्ष घनश्याम प्रधान के नेतृत्व ने मुजफ्फरपुर गांव में कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। जिसमें पार्टी को मजबूत बनाने के साथ आगामी चुनाव के लिए विस्तार से विचार विमर्श किया और कार्यकर्ताओं में जोश भरा।
मुख्य अतिथि पूर्व सांसद घनश्याम चंद्र खरवार कहा कि एससी और ओबीसी की लड़ाई सिर्फ बहुजन समाज में जन्मे महापुरुषों ज्योतिवा राव फुले व छत्रपति शिवाजी महाराज ने लड़ा है। उसके बाद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने अंग्रेजों लड़कर साइमन कमीशन के नेतृत्व में एससी ओबीसी के हक अधिकार के लिए दिन भर लोगों को समझाते थे, लेकिन मनुवादी विचार धारा के लोग बाबा साहब का भी विरोध करने लगे, फिर भी जब संविधान बनाने का अवसर मिला तो बिना भेदभाव के बाबा साहब ने एससी ओबीसी के साथ-साथ सर्व समाज को भी हक अधिकार दिया। कहा कि जब कांशीराम साहब वन क्लास की नौकरी कर रहे थे, तब दीना भाना नाम का एक चपरासी बाबा साहब की जयंती के छुट्टी मांग रहा तो अधिकारी ने नहीं दिया। दीना भाना पूरे दिन चुपचाप बैठा रहा और रो रहा था तब मान्यवर कांशीराम ने उससे पूछा की एक दिन की छुट्टी के लिए इतना परेशान हो तब दीना भाना नाराज होकर बोले कि कांशीराम साहब आज जो तुम नौकरी कर रहे हो वह भी बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की देन है। इस दौरान राजन खान, श्याम सुंदर विश्वकर्मा, फूलचंद, आनंद चौहान, वेद प्रकाश, सर्वेश कुमार, हाफिज नफीस अधिकारी कार्यकर्ता मौजूद रहे।