Chandauli News : वामपंथी पार्टियां एकजुट होकर मोदी सरकार को घेरेबंदी में जुट गई। इसी क्रम में वाम पंथियों का 11 अक्टूबर को लखनऊ के ईको पार्क में महासम्मेलन होने जा रहा है, जिसके मद्देनजर जिले भर में जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों से लखनऊ चलने का आह्वान किया। इस रैली को वाम दलों के शीर्ष नेता सीताराम येचुरी, दीपांकर भट्टाचार्य, देव राजन, जावेद रजा संबोधित करेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान कम्युनिस्ट नेताओं ने कहा कि वामपंथी दलों ने लगातार जनहित के मुद्दों-महंगाई, बेरोजगारी, रोजगार सृजन, मनरेगा, गरीबी, दलितों, आदिवासियों, भाईचारा को मजबूत करने व अन्य मुद्दों पर अभियान चलाया है। वामपंथी दल प्रदेश में जातिगत सर्वे और देश में जाति जनगणना की भी मांग करते हैं।
लखनऊ चलो का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी भाजपा हटाओं-देश बचाओं, भाजपा हराओ-इंडिया जिताओ अभियान का हिस्सा बने। साथ ही आजाद भारत के इस ऐतिहासिक चुनाव में अपना योगदान दें। इस दौरान सीपीआई के प्रदेश सचिव अरविंद राज स्वरूप ने बताया आज देश में संविधान तथा लोकतंत्र की रक्षा का बड़ा सवाल बन गया है। केंद्र की मोदी सरकार में संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों और मर्यादाओं पर लगातार हमले किये जा रहे हैं। समता, स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय और संघीय गणराज्य की संवैधानिक व्यवस्था को खत्म कर तानाशाही का राज कायम किया जा रहा है। इस प्रकार हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजी साम्राज्यवाद के खिलाफ संघर्ष में जो उपलब्धियां हासिल की थी उसे उन ताकतों द्वारा मिटाया जा रहा है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में आजादी के दुश्मनों का साथ दिया। संविधान और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई हमारी आजादी, भाईचारा और भारत को बचाने की लड़ाई है।
सीपीआई मार्क्सवादी के प्रदेश डॉ हीरालाल यादव ने मोदी और योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज आम जनता के जीवन, जीविका और रोजगार पर कुठारा घात कर दिया है। बेतहाशा बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। दुनिया के भूख सूचकांक में भारत की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब हुई है। केन्द्र सरकार जहां पूंजीपतियों का टैक्स कम कर रही है और उनके कर्जे माफ कर रही है। वहीं आम जनता पर टैक्स बढ़ा रही है और मामूली कर्जे भी उनसे जबरन वसूल रही है. केन्द्र सरकार ने बजट में मनरेगा के मद में भारी कटौती करके ग्रामीण गरीबों को काम से वंचित किया है। उत्तर प्रदेश में लाखों मनरेगा मजदूरों की मजदूरी भी बकाया है।
अखिल भारतीय फारवर्ड ब्लॉक के प्रदेश महामंत्री उदय नाथ सिंह प्रदेश में डबल इंजन की सरकार की नीतियों के चलते आवारा पशुओं की बाढ़ आयी है. जिनसे किसानों की खेती का भारी नुकसान हो रहा है. खेत चर जाने तथा सूखा और बाढ़ से फसलें खराब होने के कारण कई किसानों ने आत्महत्या की है. गोशालाओं में गायें और बछड़े चारा के अभाव में मर रहे हैं। सरकार के पास न्यूनतम इंतजाम भी नहीं है। इसके अलावा सरकार का सिंचाई के लिए फ्री बिजली का वादा खोखला साबित हुआ उल्टे किसानों के नलकूपों पर मीटर लगाये जा रहे हैं। यूनिट से बिजली बिल चुकता कर खेती करना मुश्किल हो जायेगा. सरकार किसानों की कृषि जमीन बड़े पैमाने पर सरकार अधिग्रहीत कर रही है‚ जिसे पूंजीपतियों को देने का काम कर रही है। 30 हजार एकड़ जमीन केवल दो वर्षों के अंदर ली गयी। किसान सूखा और बाढ़ से परेशान है,किन्तु योगी सरकार की सहायता लापता है। सार्वजनिक क्षेत्रों, राष्ट्रीय संपत्ति निजी हाथों में बेचो अभियान चरम पर है. जनता की मेहनत और उसके योगदान के आधार पर अर्जित संपत्ति मोदी सरकार अपने मित्र पूंजीपतियों को कौड़ी के दाम में बेच रही है।
सीपीआई (एमएल) के प्रदेश सचिव सुधाकर यादव ने योगी सरकार के बुलडोजर नीति पर हमला बोलते हुए कहा की उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार गरीबों की झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें बेघर कर रही है. बुलडोजर राज गरीबों और अल्पसंख्यकों के लिए कायम है. जंगलों में आदिवासियों को उजाड़ा जा रहा है, किन्तु सैकड़ों एकड़ जंगल की जमीन कब्जा करने वाले वन माफिया सरकार की कृपा से आबाद हैं. आदिवासियों, दलितों तथा भूमिहीनों को जमीन न देकर भू माफियाओं को अवैध रूप से जमीन दी जा रही है। न्यायालय में लंबित ऐसे मामलों की पैरवी योगी सरकार का प्रशासन नहीं कर रहा है. वह भू माफियाओं से मिलीभगत कर रखा है. उत्तर प्रदेश में जंगलराज कायम है। पुलिस निरंकुश है। आये दिन बालिकाओं, छात्राओं से बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनायें बढ़ती जा रही हैं। पुलिस बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार की मदद न कर अपराधियों की मदद करती है। दलितों पर भी लगातार हमले बढ़ते जा रहे हैं। यहां कानून का राज खतम हो चुका है। सरकार द्वारा महिला सुरक्षा की सारी घोषणायें खोखली साबित हो रही हैं।
लोजद के प्रदेश अध्यक्ष जुबैर अहमद कुरैशी ने कहा कि आरएसएस ने उत्तर प्रदेश को साम्प्रदायिकता का केन्द्र बना दिया है. मुस्लिमों के खिलाफ नफरत और हिंसा सरकार प्रायोजित है. मुस्लिमों के खिलाफ नफरत का माहौल बनाकर भाजपा वोटों का ध्रुवीकरण कर 2024 का चुनाव जीतना चाहती है. जनहित के सभी मोर्चों पर फेल, भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए मंदिर-मस्जिद, दंगा-फसाद और किसी भी तरह का काण्ड करा सकती है।