11 बजे महिला अस्पताल की डाक्टर कांति त्रिपाठी ने संभाली ओपीडी
शहाबगंज(Shahabganj)। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वास्थ्य व्यवस्था दो हफ्ते से बेपटरी हो गई है। डाक्टरों का अस्पताल आने की कोई समय सारणी ही निर्धारित नहीं है। जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। शनिवार को पीएचसी पर सूबह 11 बजे तक किसी चिकित्सक के नहीं पहुंचने से नाराज मरीजों व उनके तीमारदारों ने प्रदर्शन कर जमकर विरोध जताया। वहीं सीएमओ ने चिकित्सकों के उपस्थित नहीं होने की जानकारी होने पर जच्चा बच्चा-बच्चा केन्द्र पर नियुक्त डा.कांति त्रिपाठी को भेजकर ओपोडी प्रारंभ कराया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नियुक्त प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. निलेश मालवीय के ट्रेनिंग पर चले जाने के कारण चिकित्सा व्यवस्था बेपटरी हो गयी है। शनिवार को मझुई गांव के कादिर की बेटी सबरीना 19 वर्ष छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गयी। परिजन इलाज के लिए आये तो अस्पताल में कोई डाक्टर ही नहीं था। इनके अलावा गोविन्दीपुर के लक्ष्मण, ठेकहां के अनुज कुमार, पालपुर के शिवकुमार, भुड़कुड़ा के छोटक व एकौना की छाया भी इलाज के लिए पहुंची लेकिन काफी इंतजार के बाद ग्रामीणों ने सीएमओ को सूचना दिया। मरीजों ने अस्पताल परिसर में हाथ उठाकर विरोध जताया। वहीं स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की जानकारी पर जच्चा-बच्चा केन्द्र पर नियुक्त डाक्टर को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के ओपीडी में भेजा। उसके बाद मरीजों का इलाज प्रारंभ हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि ओपोडी से लेकर इमर्जेंसी सेवा पूरी तरह ठप्प हो गया है। और डाक्टर बाहर की दवा भी लिख रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि डाक्टर के ट्रेनिंग में जाने के कारण समस्या हो रही है। एक डाक्टर को चार्ज लेने के लिए भेजा गया है। जल्द ही चिकित्सा व्यवस्था सुचारू रूप से चलने लगेगा।