कार्यक्रम में 101 बच्चों को दिया गया कुराए-ए-पाक
इलिया(Chandauli)। मरकजी मदरसा इमदादुल उलूम में जलसा तकमील हिफ़्ज़ कुरान करने वाले बच्चों के लिए जलसा मुन्नाकिद किया गया, जिसकी सदारत हजरत मुफ्ती नियाज अहमद बनारसी व निजामत मौलाना शमशुल होदा ने किया। जलसे की शुरुआत हिफ़्ज मुक्कमल करने वाले बच्चों ने आयत पढ़ कर की। जलसे में तशरीफ लाए हजरत मौलाना सैय्यद असहद रशीदी साहब व मौलाना शाकिर साहब मेहमान ए खुसूसी रहे, जिनका इस्तकबाल फूलों से किया गया।
मरकजी मदरसा इमदादुल उलूम में प्रोग्राम की शुरुआत तिलावते कलाम पाक व नात ए पाक से हुई। इस मौके पर पगड़ी के साथ 101 बच्चों को कुरान ए पाक हदिया के तौर पर दिया गया। साथ ही सभी बच्चों को मुबारकबाद भी दिया। हदिया पाकर बच्चों का चेहरा खिल उठा उस वक्त बच्चों के खुशी का ठिकाना न था। इस दौरान मेहमाने खुसूसी हजरत मौलाना सैयद असहद रशीदी साहब ने कहा कि अल्लाह के हुक्म को मानना व नबी करीम स0अ0 के बताए हुए रास्ते पर चलने वाला ही सच्चा ईमान वाला है। उन्होंने नबी करीम स०अ० के एखलाक के बारे में बताते हुए कहा कि वह अक्सर खामोश रहते और बगैर जरूरत किसी से बात न करते। उनकी बातों में इतना मिठास थी कि उनकी बातों को सुनने वाला सुनता ही रहता था। कहा कि सबसे अच्छा अमल यह है कि हम इंसानियत, भाईचारा और तालीम को बढ़ावा दे। जलसे में मौजूद लोगों ने दुआ करते हुए देश मे अमन चैन व आपसी मेल मोहब्बत की दुआए की। इस मौके पर नाजिम एबादुर्र रहमान साहब, हाफिज इमरान खान, हाफिज सलमान, मुफ्ती नियाज अहमद, कुतबुद्दीन खान, नियाज अहमद, मौलाना फसीहुद्दीन, सैफुल्ला खालिद, बबलू इराकी, और तमाम हमदरदाने मदरसा मौजूद रहा। इस दौरान प्रिंसिपल खुर्शीद आलम हलिमि ने सभी का शुक्रिया अदा किया।