एडीएम के समक्ष सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने रखे सबूत
चंदौली(Chandauli)। समूचा विपक्ष 22 दिसंबर को सरकार की तानाशाही और देश में लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संविधान को बचाने के लिए सड़क पर नजर आया। इस दौरान कलेक्ट्रेट में एडीएम अभय पांडेय से मुलाकात के दौरान एक अत्यंत महत्वपूर्ण लोकतांत्रित व संविधान प्रदत्त अधिकारों के दमन के मुद्दे को विपक्ष के नेताओं ने मजबूती से उठाया। जिसके समर्थन में सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने एडीएम के समक्ष तथ्य, साक्ष्य व सबूत के साथ पेश किए। साथ ही संबंधित बीएलओ से टेलीफोनिक बातचीत कराकर आरोपों की पुष्टि कराई।
दरअसल कुछ दिनों पूर्व सैयदराजा नगर के वार्ड नंबर-11, बूथा संख्या-322 के अंतर्गत बीएलओ द्वारा पुनरीक्षण कार्य किया जा रहा था, तभी सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू वहां पहुंचे और अचानक मतदाता सूची को चेक करने लगे, तभी उन्होंने पाया कि सूची पर पहले से ही लाल निशान लगे हुए थे। मतदाता सूची में जिन 265 लोगों के नाम के सामने निशान लगे थे उसमें मुस्लिम, दलित व यादव मतदाता शामिल हैं। इस घटना को मनोज सिंह डब्लू ने लोकतंत्र की हत्या के समान बताया।
Manoj Singh W ने कहा कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में संविधान ने सभी को समान रूप से मतदान का अधिकार दिया है, जिसे अब सत्ता पक्ष के इशारे पर मिटाने का काम सरकारी तंत्र की मदद से किया जा रहा है। यह सरकार की दमनकारी नीति का एक और उदाहरण है। एक तरफ जहां संसद में सांसदों को निलंबित कर बाहर किया जा रहा है। वहीं देश के दलित, अल्पसंख्यक व कमजोर वर्ग के मतदाताओं को मतदान से वंचित करने का बड़ा खेल व षड्यंत्र रचा जा रहा है। ऐसे में लोकतंत्र के प्रहरियों को अपने-अपने वार्ड, इलाके व बूथों पर मुस्तैदी के साथ सजग रहना होगा, अन्यथा आगामी चुनावों में देश का एक बड़ा वर्ग मतदान के अधिकार से वंचित नजर आएगा।