चकिया नगर के वार्ड नंबर 5 में स्थित निर्भय दास में पिछले दो महीने से ग्राहकों को रोजगार करने के लिए लोन देने के नाम पर प्राइवेट कंपनी ग्राहकों के लगभग 9 लाख लेकर फरार हो गई। मंगलवार को भाग रहे कंपनी के एक कर्मचारी को फ्रॉड का शिकार हुए लोगों ने कार समेत पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। ग्राहकों ने मामले में लिखित तहरीर कोतवाली पुलिस को दे दी है ,पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
2 महीने पहले चकिया नौगढ़ मार्ग पर निर्भयदास वार्ड में गैर जनपद से आए कुछ लोगों ने सहायता ग्लोबल लिमिटेड कंपनी का नाम बता कर वार्ड नंबर 5 में स्थित अवधेश का मकान किराए पर लिया। जहां उसने कंपनी में युवाओं को भर्ती करने के नाम पर लगभग 210 युवकों से 305 रुपए की धनराशि जमा कराई। इसके अलावा 20 कर्मचारियों को संविदा के तौर पर 20 हजार प्रति महीना देने की बात कह कर अपने यहां नियुक्ति दे दी। कंपनी के कर्मचारियों ने भर्ती किए गए युवकों से ग्रामीण अंचल के लोगों को लोन दिलाने के लिए डोर टू डोर संपर्क करने के लिए भेज दिया। लोन के झांसे में फंसकर 2 महीने में लगभग 17 लोगों ने अपनी फाइल तैयार करने के लिए अलग-अलग किस्तों में लगभग 9 लाख रुपए की धनराशि कंपनी के कर्मचारी वाराणसी के पहड़िया क्षेत्र के अकथा निवासी परम गुरु मौर्य को दे दी। बैंक की अच्छी रेटिंग और अच्छी लोन सुविधा बताते हुए कंपनी के कर्मचारियों ने चंदौली निवासी व्यापारी चिंटू की स्विफ्ट कार किराए पर ले ली।
मंगलवार की सुबह ग्राहकों को जैसे ही भनक लगी की लिमिटेड कंपनी फर्जी है। उन्होंने तत्काल परम गुरु मौर्य को किराए के कार के साथ दबोच लिया।
मामले की जानकारी होते ही दर्जनों युवक अपने साथ हुई ठगी की फरियाद लेकर कोतवाली पहुंच गये। जहां खुले बैंक के मकान मालिक अवधेश सहित अन्य ग्राहकों ने कंपनी और उसके कर्मचारी परम गुरु मौर्य के विरुद्ध लिखित तहरीर दी।
कोतवाल अतुल प्रजापति ने बताया कि तहरीर के आधार पर फर्जी कंपनी और उसके कर्मचारी से पुछताछ की जा रही है।