Chandauli: लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर समाजवादी पार्टी फ्रंट फूट पर नजर आ रही है। चुनाव के सबसे अहम और प्राथमिक चरण यानी प्रत्याशी चरण को लेकर जिस तरह से समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने प्राथमिकता और अपनी स्पष्टता दिखाई है, उससे साफ जाहिर होता है कि अबकी बार लोकसभा चुनाव की रणनीति सपा ने पहले से तैयार कर रखी है। सपा की ओर से प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के साथ ही जिले के सपाई भी अपनी दावेदारी व उम्मीदवारी को लेकर चर्चा-परिचर्चा का दौर भी शुरू हो गया है।
विदित हो कि लोकसभा चुनाव-2024 का बिगुल कभी भी बज सकता है। इसके मद्देनजर सत्तारूढ़ दल को कड़ी टक्कर देने और चुनावी रण को अपने नाम करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर रणनीति को तय करते हुए उसे अमल में लाया जा रहा है। सूबे में इंडिया गठबंधन में कांग्रेस व स्थानीय दलों के बीच सीट बंटवारे की चल रही कवायदों के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दिशा-निर्देशन में समाजवादी पार्टी ने कई नेताओं को समाजवादी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित करते हुए सूची सार्वजनिक कर दी है।
प्रत्याशियो की सूची में दिवंगत समाजवादी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सीट से अबकी बार उनकी बहू डिम्पल यादव प्रत्याशी होंगी। इसके अलावा संभल से शफीकुर्रहमान बर्क, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, एटा से देवेश शाक्य, बदायूं से धर्मेन्द्र यादव, खीरी से उत्कर्ष वर्मा, धौरहरा से आनन्द भदौरिया, उन्नाव से अनु टण्डन, लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा, फर्रूखाबाद से डा. नवल किशोर शाक्य, अकबरपुर से राजाराम पाल, बांटा से शिवशंकर सिंह पटेल, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद, अम्बेडकर नगर से लालजी वर्मा, बस्ती से रामप्रसाद चौधरी, गोरखपुर से काजल निषाद को सपा प्रत्याशी घोषित किया गया है।
प्रत्याशियों की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी के टिकट पर चंदौली समेत पूर्वांचल के अगल-अलग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार पार्टी शीर्ष नेतृत्व से सम्पर्क साधने और टिकट पाने की जुगत में जुट गए। इसके साथ ही सपा की पीडीए जन पंचायत में भी इन नेताओं की भागीदारी व सक्रियता साफ नजर आ रही है। अब देखना यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपा का यह दांव कितना कारगार साबित होता है।