Chandauli: चार फरवरी की घटना को लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्षत्रिय राजपूत संघ के जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह की अगुवाई मंगलवार को क्षत्रिय समाज के लोग सड़क पर उतर आए। अपनी मांग व पीड़ित की तहरीर को लेकर क्षत्रिय समाज ने पैदल मार्च किया और चंदौली कोतवाली पहुंचे। इस दौरान पुलिस द्वारा सत्ता पक्ष के नेताओं के दबाव में जेल भेजे गए आरोपी राजेश सिंह व संतोष सिंह को पीड़ित बताते हुए उनकी तहरीर पर मुकदमा कायम करते हुए उसके विरूद्ध हुए आपराधिक कृत्य के लिए जिम्मेदार भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी समेत तीन अन्य के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि प्रकरण उपरोक्त में पीड़ित राजेश सिंह द्वारा तत्काल पुलिस को अवगत कराने के बाद भी संबंधित थाने ने कोई कार्यवाही नहीं की, बल्कि उनके खिलाफ ही मुकदमा कायम कर जेल भेजने का षड्यंत्र किया गया।
इस दौरान मामले के पैरोकार अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने कहा कि पीड़ित राजेश सिंह ने अपने तहरीर के जरिए चंदौली पुलिस को यह अवगत कराया कि वह चार फरवरी को चंदौली रैपर कीखरीद के लिए 50 हजार रुपये लेकर गांव लटांव से आए थे। गुड्डू सिंह के दुकान पर बात नहीं बनने के बाद वह अपने रिश्तेदार के घर कटसिला चले गए। शाम के वक्त बाइक पर सवार होकर अपने साथी संतोष सिंह के साथ गांव लटांव लौट रहे थे कि नेगुरा नहर पुलिया के पास फार्चुनर से उनकी बाइक सट गयी, जिस पर भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी व उनके सुरक्षा कर्मी अमित कुमार चौरसिया के साथ दो अज्ञात लोगों ने गाली-गलौज और मारपीट की। इसके साथ ही भाजपा नेता के साथ मौजूद अज्ञात युवकों द्वारा उनके जेब में पड़े 50 हजार रुपये नकदी जबरन छिन लिया गया। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुटी तो भाजपा नेता व उनके साथ मौजूद लोग अपनी गाड़ी में सवार होकर चले गए।
झन्मेजय सिंह ने बताया कि घटना के बाद पीड़ित राजेश सिंह अपनी तहरीर के साथ नवही पुलिस चौकी पहुंचे, लेकिन वहां भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी का नाम सुनने के बाद पुलिस ने उन्हें भगा दिया। इसी प्रकरण में पुलिस ने भाजपा नेता के दबाव में आकर उनके विरूद्ध मुकदमा कायम कर छह फरवरी को जेल भेजने की कार्यवाही की, जो सरासर गलत है जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने थाने की सीसीटीवी फुटेज को पुलिस जांच में शामिल करने व पीड़ित राजेश सिंह की तहरीर पर मुकदमा कायम कर कार्यवाही किए जाने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर गोपाल सिंह ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। उधर, सीओ राजेश राय ने बताया कि मामले की जांच कर पुलिस आगे की कार्यवाही अमल में लाएगी। इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह, संजय सिंह, राज बहादुर सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, विवेक सिंह, दुर्गा सिंह, रोशन सिंह, रवि सिंह, हरिकेश बहादुर सिंह, पंकज सिंह, सीएम सिंह, राम नरायन सिंह, अनूज सिंह‚ धीरज सिंह‚ हिमांशु सिंह‚ सौरभ सिंह‚ गब्बर सिंह, शिव केदार सिंह आदि मौजूद रहे।