Chandauli: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आह्वान पर सोमवार को जिले के भारतीय किसान यूनियन टिकैत, अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय किसान सभा,किसान विकास मंच ने पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों ट्रैक्टर मार्च निकाला। किसानों ने एमएसपी की गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और कर्ज माफी के मुद्दों को मजबूती से उठाया।
इस दौरान मणि देव चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार पूरे देश को किसान आंदोलन पर गुमराह और भ्रामक प्रचार कर रही है। 2014 के चुनाव में सरकार के घोषणा पत्र में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने का वादा किया गया था। जब वादा पूरा नहीं किया गया तो 5 साल बाद किसानों ने 13 महीने दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर खुले आसमान में धरना दिया। आंदोलन खत्म होने के बाद हर 3 महीने पर सरकार को किये गए वादों की याद 3 साल तक किसान दिलवाते रहे। मगर सरकार के कानों पर कोई जूं नहीं रेंगी। थक हारकर किसान एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की तरफ रवाना हुए। मगर सरकार किसानों और उनकी मांगों को कुचलने का प्रयास हरियाणा बॉर्डर पर कर रही है।
जिलाध्यक्ष सतीश सिंह चौहान ने कहा कि इस बार का आंदोलन आर-पार का होगा। देश का किसान अगर अन्न उगाकर अपने कर्तव्य निर्वहन कर सकता है तो वहीं अपना हक भी लेना जानता है। किसान, सरकार के वादाखिलाफी को नेस्तनाबूद कर देगा। ट्रैक्टर मार्च सरकार को एक सांकेतिक चेतावनी है कि जल्द से जल्द वादा किये गए किसानों की मांगो को पूरा करे। साथ ही हरियाणा बॉर्डर पर डटे किसानों पर बल प्रयोग बंद करे, नहीं तो जिले से भारी मात्रा में ट्रैक्टर दिल्ली के लिए कूच करेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। प्रदर्शन में भाकियू टिकैत के जिला उपाध्यक्ष राम दुलारे, छोटे लाल चौहान मोछू, कन्नौजिया, सदर अध्यक्ष कन्हैया, अलाउद्दीन, प्रभाकर मौर्या, हाकिम सुलेमानी, जीउत मौर्या, प्रमोद मौर्या, सुल्तान अहमद, खिचडू चौहान, डॉ राजीव मौर्य,जय प्रकाश गुप्ता, ट्रैक्टर प्रमुख लक्ष्मण मौर्या आदि उपस्थित रहे। संचालन श्रवण कुशवाहा और अध्यक्षता छोटे लाल चौहान मोछू ने किया।