डीसी मनरेगा बोले, शिकायत संज्ञान में, जांच के बाद होगी कार्यवाही
इलिया(Chandauli): मनरेगा योजना ग्रामीण अंचलों के विकास व रोजगार से जुड़ी एक अतिमहत्वपूर्ण योजना है। लेकिन यह महत्वाकांक्षी योजना ग्रामीण इलाकों में हो रहे कागजी व फर्जी काम की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। इससे जहां गांव में विकास कार्य मानक के अनुरूप सही तरीके से मुकम्मल नहीं हो पा रहे हैं। वहीं गरीब ग्रामीण गांव में रोजगार पाने की गारंटी से भी वंचित है। साथ ही इस योजना के क्रियान्वयन के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग भी हो रहा है। इसका ज्वलंत उदाहरण शहाबगंज ब्लॉक में लेहरा खास ग्राम पंचायत स्थित गुलाब राम के खेत से बड़ौरा सरहद तक राजवाहा खुदाई व सफाई का कार्य है।
आरोप है कि सिंचाई हेतु नहर का संचालन एक हफ्ते से चल रहा है। बावजूद इसके लबालब भरे राजवाहा में ग्राम पंचायत द्वारा खुदाई का कार्य ऑनलाइन प्रतिदिन कराया जा रहा है। यह बात दिगर है की यह करिश्माई खुदाई पहले कागजों पर होती थी पर अब ऑनलाइन मोबाइल पर चल रही है, जिसका बकायदा ऑनलाइन एनएमएस करके प्रतिदिन का 70 मजदूरों की हाजिरी रोजगार सेवक द्वारा लगातार मेंटेन किया जा रहा है। 17 मार्च को तकनीकी सहायक शिव बालक यादव से शिकायत के बावजूद भी रोजगार सेवक द्वारा 18 मार्च को भी ऑनलाइन एनएमएस किया गया। मनरेगा वेबसाइट पर दर्ज मस्टरोल के मुताबिक लेहरा खास ग्राम पंचायत स्थित गुलाब राम के खेत से बड़ौरा सरहद तक रजवाहा की खुदाई सफाई करने के लिए आईडी जनरेट की गई है। जिसका आईडी संख्या 3171008057/आईसी/958486255823591902 के तहत मास्टर रोल 8 मार्च से 21 मार्च तक 70 मजदूरों का मस्टरोल संख्या 15804, 15805, 15806, 15807,16808, 15809, व 15810 के तहत काम करना प्रदर्शित है। इसके विपरीत गांव स्थित रजवाहा की भौतिक स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। तस्वीर में स्पष्ट है कि वह राइट नहर के संचालन से लेहरा साख रजवाहा में पानी भरा हुआ है। साथ ही उसके पश्चिम ओर मेढ़ के किनारों पर भी कोई नया कार्य होना प्रदर्शित नहीं है क्यों खेत में गेहूं का फसल लगी है। अब सवाल यह उठता है कि लेहरा खास गांव स्थित पानी भरे लेहरा साख रजवाहा की खुदाई हुई नहीं तो 8 मार्च से 18 मार्च तक ऑनलाइन एनएमएस बगैर काम के कैसे हो गया। प्रथम दृष्टया जो मौके की स्थिति है उसे देखकर यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि रजवाहा की खुदाई धरातल पर न होकर ऑनलाइन हाजिरी दिखा कर की जा रही है। जिससे सरकारी धन के दुरुपयोग की आशंका बनी हुई है। वही ग्राम पंचायत के उन गरीब मजदूरों को काम से वंचित कर दिया गया है जो मनरेगा योजना के तहत मजदूरी करके अपने परिवार की आजीविका चलाते हैं। लेकिन सरकार के धन का दुरुपयोग व बंदर बाट की मंशा व किए गए झोल के कारण ग्राम पंचायत को विकास से वंचित रखा गया है। इस बाबत डीसी मनरेगा रविंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि इस बाबत शिकायत प्राप्त हुई है। मामले की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।