नई दिल्ली। पत्रकार और विलक्षण साहित्यकार हेमंत शर्मा के नोएडा निवास रंगभरी एकादशी उल्लास के साथ मनाई गई। उक्त कार्यक्रम में चन्दौली के ललित निबंधकार डॉ उमेश प्रसाद सिंह भी शरीक हुए। इस दौरान वहां के उमंग, उल्लास और हर्ष को उन्होंने अपने शब्दों में बयान किया।
रंगभरी एकादशी पर हेमंत शर्मा के निवास पर पहुंच कर देखा तो हर्ष और उल्लास से अभिभूत हो उठा। हेमंत के घर में सजा हुआ वसंत। अनंग की बजती हुई वीना के सम्मोहन से भला कौन बचा रह सकता है। दिल्ली में बनारस का वसंत देखकर विस्मित न हो पाना जड़ता का वाचक बन जाना है। मैं देख रहा था, धूल, धुआं, वायु प्रदूषण, राजनीतिक शोर, सबको धता बताकर, पटखनी देकर वसंत हेमंत के घर विलस रहा है। कूल, किनारों, कछारों, बगीचों से निकल कर वसंत यहीं विलमा हुआ है। हेमंत के आवाहन पर वसंत का आगमन विलुप्त होती संवेदना के दौर में में सुखद आश्वासन की तरह है।
इस आयोजन में भिन्न भिन्न क्षेत्रों के शीर्षस्थ व्यक्तित्वों की भागीदारी वसंत के अभिनंदन की गरिमा को उद्घाटित कर रही थी। केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय, डा. महेश शर्मा, अनुप्रिया पटेल, उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, संजय निषाद, दयाशंकर सिंह, डा. दयाशंकर मिश्र “दयालु”जी नोएडा के विधायक पंकज सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय थी। पत्रकारिता जगत में राम बहादुर राय, सुधीर चौधरी, श्वेता सिंह, चित्रा त्रिपाठी, प्रसिद्ध गायक मनोज तिवारी, विख्यात कवि कुमार विश्वास, राजेश जोशी, बनारस के नगर प्रमुख अशोक तिवारी की भागीदारी वसंतोत्सव को मूल्यवत्ता प्रदान करने वाली थी। विलुप्त होते त्योहारों के दुर्दिन में वसंत के उल्लास को बाटने के आयोजन के लिए बहुत बहुत हार्दिक बधाई मित्र !
आने वाला समय और आने वाली पीढ़ी आपको उल्लास के अग्रदूत के रूप में अपनी स्मृति में अक्षुण रखेगी। उल्लास की इस परंपरा के प्रति ईशानी के उत्साह को बहुत साधुवाद।
देश की राजधानी में बनारस का रंग, गंगा की तरंग के साथ घुलकर, ठड़ाई, भांग की मस्ती और शिवत्व की सुगंधि के साथ ऐसा जमा दिख रहा था कि उसमें यह महादेश एक नई आभा से उद्भासित हो रहा था। काश! दिल्ली के विस्तार में काशी का प्रकाश जुड़ जाय, प्रगति की आत्मा में परंपरा का स्पंदन समाहित हो जाय तो नए भारत की तस्वीर मोहक हो उठे। होली की हार्दिक अग्रिम शुभकामनाएं।