DDU Nagar। डीडीयू स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी तरफ स्टेशन के पास ही स्थित तालाब की साफ सफाई नहीं होेने से इसमें मछलियां मर कर उताराई हुई हैं। इससे भयंकर बद्बू निकल रही है। ऐसे में रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते ही बद्बू से यात्रियों को उल्टियां तक होने लग रही है। शिकायत के बाद भी इसकी साफ सफाई नहीं कराई गई है।
स्थानीय रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 110 ट्रेनों का आवागमन होता है। वहीं लगभग 25 हजार यात्री प्रतिदिन ट्रेनों पर सवार होते और उतरते हैं। रेलवे स्टेशन से निकलने वाले पानी को स्टेशन के दोनों तरफ बड़े तालाब में गिराया जाता है। लगभग आठ वर्ष पहले तक स्टेशन के मुख्य द्वार के समीप डीआरएम आफिस के पीछे स्थित तालाब में सरपत की झाड़ियां उगी रहती थी। इसमें प्रति वर्ष आग लग जाती थी। वर्ष 2016 में रेल अधिकारियों ने तालाब को साफ करने का निर्णय लिया और कुछ दिनों में इसे पूरी तरह साफ कर दिया। यहां आए डीआरएम पंकज सक्सेना ने तालाब का सुंदरी करण कराया।
इसमें फौव्वारा और रंगीन लाइट लगवाई। इसके किनारे कुर्सियां लगवाई। बड़ी संख्या में इसमें कछुआ छोड़ा गया ताकि इसमें गंदगी न रहे। इस पूरी कवायद में लाखोें रुपये खर्च किए गए। इसका नतीजा हुआ कि यह स्थल टहलने वालों के लिए पसंदीदा स्थल बन गया। यही नहीं रेलवे स्टेशन आने वाले यात्री भी यहां बैठ कर इसकी सुंदरता को निखारते रहते थे। आज स्थिति एकदम उलट हो गई है। देख भाल और साफ सफाई के अभाव में तालाब गंदगी से पटने लगा है। यहां तक कि पिछले एक सप्ताह से इसमें मछलियां मरकर उतराई है। इससे भयंकर दुर्गंध उठ रही है। ऐसे में स्टेशन से बाहर निकलने वालों को नाक पर रुमाल रख कर निकलना पड़ रहा है। यही नहीं प्लेटफार्म तक दुर्गंध पहुंच रही है। रेलवे के मंडलीय आफिस के ठीक पीछे स्थित तालाब का फौव्वारा तो कब का बंद हो चुका है। वहीं दुर्गंध आफिस तक पहुंच रही है लेकिन इसकी साफ सफाई नहीं हो रही है। इस संबंध में मंडल जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि जल्द ही तालाब की सफाई कराई जाएगी।