चंदौली। प्रांतीय होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा संघ जिला इकाई की ओर से शनिवार को मुख्यालय स्थित एक लान में होम्योपैथिक के जनक सैमुएल हैनीमेन (Samuel Hahnemann) की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस दौरान होम्योपैथिक चिकित्सकों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।
इस दौरान डा.बृजेश सिंह ने कहा कि यह शताब्दी होम्योपैथी की है आज यह सीमित संसाधन में भी विश्व की नंबर दो की चिकित्सा पद्धति बन चुकी है। जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डा.बजरंग प्रसाद ने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसके जनक सैमुएल हैनीमेन है। उन्होंने होम्योपैथ दवा की खोज की थी, जो लोगों के लिए संजीवनी का काम किया। इस दौरान डॉक्टर इंदु रानी विश्वकर्मा, डा.राजेंद्र प्रसाद रजक, डा.राज पाल, डा.पन्नालाल, डा.सावित्री, डा.आलोक गुप्ता, डॉ रूपेश सिंह, डा.विजय कुमार, त्रिभुवन नारायण उपस्थित रहे।