Young Writer, चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के कांवर ग्राम सभा के मड़ईया गांव निवासी चार वर्षीय बालक अंश निषाद का शव ननिहाल पूरा गनेश के चकरा घाट पर मिला। ग्रामीणों की सूचना पर परिजनों ने बालक का शिनाख्त किया। शव मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कांवर ग्राम सभा के मड़ईया गांव निवासी श्यामसुंदर निषाद का पुत्र अंश अपने दादा शिवनारायण निषाद व दादी कौशल्या देवी के साथ मंगलवार की सुबह में नाव से उसपार गंगा के रेत में बोये हुए सब्जी की देखरेख करने के लिए गया था। वहीं दादा दादी भोजन कर रेत में लगे मड़ई में दोपहर को अपने पोते को लेकर सो गये। पोता अंश की नींद खुलने पर वह गंगा किनारे खड़ी नाव पर बैठने के लिए घक्का देने लगा। इसी दौरान गंगा के गहरे पानी में चला गया। जब दादा दादी की नींद खुली तो पोते को नहीं पाकर नाव से इस पार घर आकर बालक का पता लगाया तो घर पर भी नहीं पहुंचा था। स्वजनों ने पुलिस को सूचना देते हुए नाव से जाल डालकर मंगलवार व बुधवार को लगातार दो दिनों तक खोज किया लेकिन बालक का पता नहीं चल सका। बालक का पता लगाने के लिए प्रधान पति गृजेश सिंह ने एनडीआरएफ टीम बुलाने की मांग किया था। किंतु एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुँची। दो दिन तक बालक का तलाश करते करते थककर लोग बुधवार की शाम को घर आ गये। बुधवार की रात में बलुआ थाना क्षेत्र के ही चकरा गांव के पास बालक का शव उतराया मिला। पहले से सूचना देने पर अलर्ट ग्रामीणों ने बालक के शव का फोटो खींचकर परिजनों को व्हाट्सएप किया। पहचान होने पर परिजन शव को घर ले आये। बताया जा रहा है कि जहां उसका शव बरामद हुआ वही उसका ननिहाल भी है। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेखपाल अनिल कुमार ने पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही किया। मृतक बालक के दादा शिवनारायण,दादी कौशल्या देवी, पिता श्याम सुंदर,मां सतना देवी, बड़ी बहन अनुराधा, भाई आर एन का रोकर बुरा हाल रहा।