कलेक्ट्रेट पहुंचकर इंडियन नेशनल समाज पार्टी से किया नामांकन
Young Writer, चंदौली। चंदौली लोकसभा से नामांकन करने के बाद पदमा किन्नर सुर्खियों में छा गयी। नामांकन स्थल से बाहर आते ही इंडियन नेशनल समाज पार्टी की प्रत्याशी पदमा किन्नर ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई और चुनाव लड़ रहे तमाम दिग्गजों को कड़ी टक्कर देने का ऐलान भी किया। कहा कि जनहित व स्थानीय मुद्दों पर पूरी दमदारी के साथ चुनाव लड़ा जाएगा।
विदित हो कि लोकसभा चंदौली से चुनाव लड़ने वाली वह पहली किन्नर प्रत्याशी भी हैं। इसके पहले किसी भी किन्नर ने लोकसभा चंदौली से न तो नामांकन किया और ना ही चुनाव लड़ा। ऐसे में नामांकन पत्र लेने के साथ ही पदमा किन्नर सुर्खियों में छा गयी। इसी बीच सोमवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट के साथ नामांकन किया। नामांकन करके लौटी पदमा किन्नर ने शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विधवा आश्रम जैसे महत्वपूर्ण व बुनियादी मुद्दों को अपनी प्राथमिकता बताया। विदित हो कि मिनी महानगर दीनदयाल नगर अंतर्गत वार्ड नंबर-11, मवई खुर्द निवासी पदमा किन्नर समाज में बदलाव लाने की अपनी महत्वकांक्षाओं के साथ लंबे समय से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। बीते निकाय चुनाव में सोनू किन्नर की जीत ने उनके राजनीति में आकर जनसेवा करने के सपनों को पंख लगाया। फिलहाल वह चंदौली की राजनीति में किन्नर समाज का प्रतिनिधित्व चाहती हैं, ताकि वह सबकुछ किया जा सके जो अब तक के राजनेता सर्वसमाज के लिए करने में असफल रहे।
ये है पदमा किन्नर मेनिफेस्टो के मुख्य बिंदु
चंदौली। पदमा किन्नर के चुनावी मेनिफेस्टो पर गौर करें तो जाति, धर्म से इतर पदमा किन्नर वे तमाम सुविधाएं चंदौली के लोगों को देना चाहती है। उनके मेनिफेस्टो में महिलाओं, किसानों व नौजवानों को प्राथमिकता दी गई है। वृद्धाश्रम के साथ विधवा आश्रम की स्थापना एवं उसका संचालन करने की इच्छा रखती है। इसके अलावा वृद्धजनों को एक लाख रुपये सलाना आर्थिक मदद, गरीब युवाओं व कन्याओं को प्रति वर्ष 10 हजार का भत्ता देना उनके वादे में शामिल है। वहीं अस्पताल व रोजगार केंद्र के साथ ही विधानसभा स्तर पर खेल मैदान, विद्यालय, अस्पताल व तालाबों को सुदृढ़ कर जल संरक्षण करना भी शामिल है। इसके अलावा विधानसभा स्तर पर बड़े मार्केट को स्थापित करके गरीब किसान एवं व्यापारियों को क्रय-विक्रय की सुविधा मुहैया कराना है. इतना ही नहीं कन्याओं की शादी के लिए दो से पांच लाख की आर्थिक मदद एवं वृद्धजनों के निधन पर परिजनों को अंतिम क्रिया के लिए 20 हजार रुपये का आर्थिक मदद देने के साथ ही किसान व कुटीर उद्योग की स्थापना के लिए लिए गए कर्ज माफी घोषणा-पत्र में शामिल है।