Young Writer, शहाबगंज। क्षेत्र के बड़गावां गांव से दो जायरिनों का जत्था बुधवार को सुबह हज के लिए रवाना हुआ। वृहस्पतिवार को लखनऊ एयरपोर्ट से मदीना के लिए फ्लाइट उड़ेगी। इस मुबारक यात्रा को लेकर लोगों ने माला पहनाकर व एक दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद दिया।
बड़गांवा गांव निवासी अकील अहमद व उनकी पत्नी फरहद जहां और मलोखर से अख्तर परवेज व शकुराबाद से मेराज अहमद एक साथ हज के लिए निजी वाहन से लखनऊ एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। हज यात्रा पर जाने वाले परिवारजन, रिश्तेदार व पड़ोसियों ने फूल माला पहनाकर गले लगकर व मुशाफा कर हज यात्रा के लिए रवाना किया। ग्रामीणों ने सभी जायरीन से समाज व देश में अमन, तरक्की व आपसी एकता की दुआ करने की इल्तेजा की। अकील अहमद ने बताया कि यह मेरा खुशनसीबी है कि अल्लाह और रसूल ने मुझे हज के लिए चुना।और कहा कि मक्का और मदीना शरीफ की यात्रा नसीब वालों को ही मिलती है। वहीं अख्तर परवेज ने बताया कि हज वर्ष में केवल एक बार होता है। उमरा के लिए साल में कभी भी जाया जा सकता है। हज का पूरा अरकान करने में लगभग 45 दिन लग जाते हैं। इसलिए लोगों की हज पर जाने की तमन्ना अधिक होती है। हजारों मील की दूरी तय कर लोग हज करते हैं। हम लोग वहां जाकर हिन्दुस्तान की खुशहाली, अमन शांति और भाईचारगी व तरक्की के लिए दुआ करेंगे। इस मौके पर ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष गुलफाम अहमद मिक्कू, जुबैर अहमद, मौलाना अजमल हयात, कफरूद्दीन, रतीश कुमार, वसीम कादरी, समद, मुस्ताक, अरसद अली, शाहिद, फारूक, इबरार अली, आकिब जावेद, दानिश आकिब, दानिश, इमदाद अली, फुजैल, वकार, अहमद, गोलू मौजूद रहे।