12 लोगों के परिवार में मात्र दो-तीन लोगों को मिली वोटर पर्ची
Young Writer, इलिया: लगातार मतदाता सूची में नाम जोड़ने की कवायद के बावजूद लोगों को अपने मताधिकार से वंचित होना पड़ेगा, क्योंकि बहुत से वैध मतदाताओं का नाम एक बार फिर मतदाता सूची से गायब है। इसकी जानकारी वोटरों को उस वक्त हुई जब एक जून को होने वाले मतदान के मद्देनजर बीएलओ मतदाता पर्ची को वितरित करने घर-घर पहुंचे। मतदाता सूची से नाम गायब देख मतदान करने को लेकर उत्साहित मतदाताओं में मायूसी छा गयी है।
विदित हो कि जनपद में एक जून को मतदान होना है। इसे लेकर जिला प्रशासन की ओर से मतदाता पर्ची का वितरण किया जा रहा है। मतदाता पर्ची के वितरण के साथ ही वोटर लिस्ट से एक ही परिवार के कई लोगों के नाम गायब होने की जानकारी सामने आयी। यह बात जब लोगों को पता चली तो उन्होंने अपने-अपने बूथ की मतदाता सूची में अपना व अपने परिवार के लोगों का नाम ढूंढने लगे, तब पता चला कि बड़े पैमाने पर लोगों का नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। यह कैसे हुआ यह जांच का विषय है, लेकिन नाम कटने से कई वैध मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करने से वंचित रह जाएंगे। स्थिति कुछ ऐसी है कि परिवार के 12 सदस्य हैं जिसमे दो से तीन सदस्यों का ही पर्ची मिली बाकी सदस्यों का मतदाता सूची से नाम ही गायब रहा। लोकतंत्र के निर्माण में भागीदारी की इच्छा लिए बिना मतदाताओं को बिना मत दिए ही घर पर बैठना होगा। लोगों का कहना है कि पिछले चुनाव तक मतदाता सूची में नाम था लेकिन लोकसभा चुनाव के सूची में नाम नहीं है। लोगों का कहना है कि नाम काटे जाने पर जब बीएलओ से पूछा गया तो वे संतोषजनक जवाब नही दे पाए। जिससे हम लोग लोकतंत्र के उत्सव में सहभागिता नही कर पाएंगे। मतदाता सूची में नाम नही होने से निर्वाचन आयोग के प्रति मतदाताओं की नाराजगी देखने को मिली।