नौगढ़ में बारिश नहीं होने से सूख रही धान की नर्सरी
Young Writer, Agricuture News (Chandauli): नौगढ़ में बरसात नहीं होने से सिंचाई के अभाव धान की नर्सरी सूख रही है, जिससे सूखे का आसार मानकर किसान काफी निराश हो रहे हैं। सावन माह का एक सप्ताह बीत जाने पर भी खेतों में धूल उड़ रही है। ताल-तलैया, पोखरा, नदी, नालों में पानी का अभाव होने से खेती का काम बाधित पड़ा है।
कुपित भगवान ईन्द्रदेव को मनाने के लिए पारंपरिक रीति रिवाजों के अनुरूप गांव गांव में हरीकीर्तन पूजा पाठ जलाभिषेक हवन किया जा रहा है। खेती किसानी पर आश्रित परिवारों को भविष्य में भरण पोषण करने में उत्पन्न होने वाली समस्या की चिंता होने लगी है। एक वर्ष पूर्व भी नाकाफी बरसात होने से क्षेत्र में लगभग 09 प्रतिशत ही खेतों में धान की रोपाई हो सकी थी। इस दौरान बैंक व साहुकारों से ब्याज पर ऋण लेकर अनेकों लोगों ने पेट की आग बुझाने व कपड़ा दवा ईलाज का लाभ लिया था।
वर्ष 2023 में धान की समुचित पैदावार होने से किसानों को आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार करने का मौका मिला। इस वर्ष सूखे का आसार प्रतीत होने से किसानों में भरण पोषण घर मकान निर्माण बेटे बेटियों की शादी विवाह ईत्यादि आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति को लेकर काफी बेचौनी हो रही है। किसान नवीन सिंह, कल्लू प्रसाद, ज्ञान चन्द्र, रामलाल, शिवशंकर, रामजी, बचाऊ, अशोक, राजेश, राजेन्द्र, कमला आदि का कहना है कि एक वर्ष पूर्व सूखा पड़ जाने से ब्याज पर कर्ज लेकर आवश्यकताओं की पूर्ति करना पड़ा था। जिसकी पूरी तरह से अदायगी अभी तक नहीं किया जा सका है। इस वर्ष भी सूखे का आसार प्रतीत हो रहा है। काफी महंगे दर पर धान का बीज खरीद कर नर्सरी डालकर के खेतों की जुताई में रूपया ब्यय कर दिया गया है। अभी तक बरसात होने का कोई भी आसार नहीं दिख रहा है।