Young Writer, चंदौली: सदर ब्लाक क्षेत्र के पुरवां गांव की बागडोर बतौर ग्राम प्रधान संभालने वाले संकठा सिंह अब नहीं रहे। उन्होंने रविवार की रात 92 वर्ष की अवस्था में अंतिम सांस ली। उनके निधन से परिवार व पुरवां गांव के ग्रामीणों के साथ ही आसपास के इलाके के लेागों में शोक की लहर दौड़ गयी। सोमवार को पुरवां स्थित उनके पैतृक पर स्वर्गीय संकठा प्रसाद सिंह को अंतिम विदाई देने वालों का तांता लग गया। उनका अंतिम संस्कार वाराणसी के मर्णिकर्णिका घाट पर सम्पन्न हुआ।
बताते हैं कि संकठा प्रसाद सिंह पुरवा गांव में 30 वर्षों तक बतौर प्रधान ग्राम पंचायत की जनता का प्रतिनिधित्व किया। लोगों के सुख-दुख में शरीक होने का उनका स्वभाव और सभी को समान स्नेह व प्रेमपूर्वक मिलना और उनके दुख-दर्द को बांटने की कला से पूरा इलाका उनका कायल था। यही वजह थी कि वह पुरवां गांव से लगातार ग्राम प्रधान निर्वाचित हुए और आगे चलकर उन्होंने जनसेवा का दायित्व अपने पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ पकौड़ी सिंह को सौंपा दिया, जो वर्तमान में ग्राम पंचायत पुरवा के ग्राम प्रधान है और एक बार उनकी पुत्रवधू भी ग्राम प्रधान रह चुकी है। डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार के महामंत्री व परिवार के सदस्य अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने बताया कि संकठा सिंह का लम्बे समय से बीमार चल रहे थे और उन्होंने रविवार को अंतिम सांस ली। उनका जाना न केवल परिवार, बल्कि पुरवा गांव व आसपास के इलाके में उनके चाहने वालों के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है। उनका व्यक्तित्व अनुकरणीय व प्रेरणादायक है, जिससे हम सभी सीख लेकर आज आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं।