मुख्यालय पर श्रद्धापूर्वक मनाई गई चंदौली के विकास पुरुष की जयंती
चंदौली। मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी पार्क में मंगलवार को पंडित कमलापति त्रिपाठी स्मृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में 119वीं जयंती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनके पौत्र और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने पंडित कमलापति पार्क पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शीश नवाया। साथ ही चंदौली के विकास पुरुष के योगदान पर प्रकाश डाला।
इस दौरान ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि पंडित जी के दिखाए हुए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धा है। उन्होंने चन्दौली से जीवनपर्यंत लगाव रखा। जिला बनने से पूर्व चन्दौली का अस्तिस्त्व उत्तर प्रदेश के मानचित्र पर बड़ी प्रमुखता से रहा। पंडित जी का चंदौली के एक एक परिवार और व्यक्ति से लगाव रहा है जिसका परिणाम है कि आज भी विकास की बात होने पर पंडित जी के कार्याें का उदाहरण दिया जाता है। आज सरकार उन कार्याे का मरम्मत तक करा पाने में असफल है।
पंडित कमलापति त्रिपाठी स्मृति सेवा संस्थान के संयोजक व कांग्रेस जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने कहा कि चन्दौली का कण-कण पंडित कमलापति त्रिपाठी का ऋणी है। शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार नहर विद्युत, बांध, कैनाल, इंटर कॉलेज, पॉलिटेक्निक, डिग्री कॉलेज, अस्पताल यहां जो कुछ दिख रहा है उस पर कमलापति के व्यक्तित्व की छाप है। खेती के लिए उनके द्वारा किये गए प्रयास का परिणाम है कि चन्दौली को लोग धान का कटोरा के रूप में जानते है। कार्यक्रम के अध्यक्ष डा.नारायण मूर्ति ओझा ने कहा कि पंडित कमलापति का जीवन आज के राजनेताओं के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने आजीवन देश हित को सर्वाेपरि रखने वाले सभी धर्मों और पंथ, सम्प्रदाय का आदर किया और लोगो की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझा। इस दौरान रामजी गुप्ता, डा.राजेश कुमार चौधरी, विजय त्रिपाठी, आनंद शुक्ला, मधुराय, रजनीकांत पांडेय, नवीन सिंह, राजेंद्र गौतम, डा.राम आधार जोसेफ, सतीश बिंद, शाहिद तौसिफ, दयाराम पटेल, श्रीराम यादव, शशिनाथ उपाध्याय, प्रदीप मिश्रा, अरुण द्विवेदी, बाबा गोड़, गुलाब राम, योगेंद्र सिंह लड्डू, श्रीकांत पाठक आदि उपस्थित रहे।