चंदौली। जिले में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन लोगों को प्रचार प्रसार के माध्यम से ऑनलाइन ठगी के बारे में प्रतिदिन जागरूक कर रही है। लेकिन लोग प्रतिदिन ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो जा रही है। और लोग मानशिक रूप से बीमार हो जा रहे हैं।
दरसअल सदर कोतवाली क्षेत्र के पिपरी गांव निवासी गोविंद लाल तिवारी गांव में ही राष्ट्रीय माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। जिन्हें जुलाई माह में सेवानिवृत्त कर दिया गया था। मंगलवार को उनके बहु ज्योति तिवारी पर फोन आया कि हम स्वास्थ्य विभाग से बोल रहे हैं। आप की जो टिका लगा है। उसका 16000 रुपया आप के खाते में डालना है। आप के खाते में पैसा नही जा रहा है। किसी दूसरे का खाता नंबर है। तो बताइए हम उसमें पैसे डाल दे। नही तो पैसा वापस चला जाएगा। तभी ज्योति ने फोन अपने पिता गोबिंद तिवारी को दे दिया। गोविंद तिवारी ने कुछ देर बात करने के बाद अपना खाता नंबर दे दिया। फिर उसने आधारकार्ड वेरिफिकेशन के लिए मंगा और पूछा कि आप फोन का उपयोग करते हैं। तो उन्होंने कहा हा। फिर उसने एटीएम कार्ड का फोटो मंगा उन्होंने एटीएम कार्ड का फोटो खींच कर उसके मोबाइल पर भेज दिया। और कुछ ही देर में उनके खाते से 8 लाख रुपये गायब हो गए। जिसका मोबाइल में मैसेज देख गोबिंद तिवारी संन्न हो गए। उन्होंने तत्काल बैंक पहुचकर अपने खाते को बंद कराया। और इसकी लिखित शिकायत साइबर क्राइम सेल में की जिसकी जांच की जा रही है। इस बाबत साइबर क्राईम प्रभारी बीरेंद्र कुमार ने बताया कि विभागीय कार्य से टीम दो दिन से बाहर है। अभी मामला जानकारी नही है। जानकारी होने पर जांच की जाएगी