चंदौली। विद्युत मजदूर पंचायत कमेटी की बैठक रविवार को कैम्प कार्यालय पर हुई। जिसमें विद्युत कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियन्ता के गलत नीतियों व कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति उदासीनता दिखाने पर 21 नवम्बर को विरोध कर आंदोलन करने का निर्णय लिया।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि 30 सितम्बर तक रिक्त पदों पर पदोन्नति के लिए चयन की कार्यवाही पूर्ण किये जाने का शासन का स्पष्ट आदेश था। लेकिन अधीक्षण अभियन्ता ने पदोन्नति के लिए चयन की कार्यवाही अभी तक नाही पूर्ण किया गया। नाही चयन समितियों का गठन किया गया। जब कि वो अवर अभियन्ता के पद पर नियुक्ति के पश्चात तीन पदोन्नति प्राप्त कर आज अधीक्षण अभियन्ता के पद पर काबिज है। 20 फरवरी 20 20 पावर कापरेशन के आदेश संख्या 545 का अधीक्षण अभियन्ता द्वारा घोर उल्लंघन बार किया जा रहा है। और संगठन एवं कर्मचारियों को आन्दोलन करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। कहा कि वर्तमान समय में मण्डल के तीनो अधिशासी अभियन्ता (वितरण) अच्छा कार्य कर रहे है। लेकिन मण्डल कार्यालय द्वारा कर्मचारियों के समस्याओं के समाधान करने की जगह उलझाकर उनके मनोबल तोड़ा जा रहा है। लाखों-लाखों का टेन्डर नियमों को ताक पर रखकर निपटाने में व्यस्त है। और वाराणसी जिले की तरह टेम्बर निस्तारण में खेल खेला जा रहा है। इस दौरान ओपी सिंह, आरके चाही, विजय सिंह, अंकुर पाण्योग, जीउत राम, शुष्मा, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।