चंदौली सांसद व चंदौली सपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं के प्रयासों के बाद भी मझवा में हारी सपा
Shamshad Ansari
Young Writer, Majhawan by election News: यूपी उपचुनाव के बाद एक बार फिर समाजवादी पार्टी चंदौली की समीक्षा की चर्चाएं होने लगी है। हालांकि यहां कोई उपचुनाव नहीं हुए, लेकिन मझवा में हुए उपचुनाव से चंदौली सपा का सीधा-सीधा संबंध रहा है। उक्त चुनाव में चंदौली सांसद बीरेंद्र सिंह जहां प्रभारी की भूमिका में पूरे चुनाव की कमान संभाले हुए थे, वहीं पूरी की पूरी चंदौली समाजवादी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता उपचुनाव के दरम्यान मझवा में छाए रहे, लेकिन उनकी उपस्थिति व गतिविधि सपा प्रत्याशी डा. ज्योति बिंद को जीत दिलाने में नाकाम रही। वहीं दूसरी ओर चंदौली के उभरते राजनीतिक सितारे और भदोही सांसद डा. विनोद बिंद ने एक बार फिर अपने राजनीतिक कौशल का करिश्मा दिखाया और भाजपा प्रत्याशी की झोली में जीत डालने में अहम भूमिका अदा दी। उनका यह प्रयास और पूरी की पूरी समाजवादी टीम पर भारी पड़ा।
विदित हो कि मझवा विधायक रहे डा. विनोद बिंद के भदोही सांसद बनने के बाद‚ मझवा विधानसभा रिक्त चल रहा था। हाल ही सम्पन्न हुए यूपी विधानसभा उपचुनाव में मझवा समेत कुल नौ सीटों पर चुनाव हुए। इस दौरान सत्ताधारी बीजेपी व सपा ने सभी सीटों पर जोर आजमाइश की और पूरा दमखम दिखाया। शनिवार को मतगणना के बाद जैसे ही ईवीएम खुला तस्वीर धीरे-धीरे तस्वीर साफ होने लगी। मझवा विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी प्रत्याशी सुचिस्मिता मौर्य ने लगातार अपनी बढ़त कायम रखा और अंतत इस बढ़त को जीत में तब्दील करने में कामयाब रही।
मझवा उपचुनाव की बात करें तो मीरजापुर लोकसभा चुनाव हारे रमेश बिंद के साथ ही समाजवादी पार्टी और भदोही से लोकसभा चुनाव जीते डा. विनोद बिंद की प्रतिष्ठा दांव पर थी। चुनाव के दौरान दोनों की प्रत्याशियों व उनकी पार्टी ने पूरा दमखम झोंक दिखा दिया था। यूपी उपचुनाव में सभी की निगाहें मझवा पर टिकी रही। इसी बीच हुए मटन कांड ने एक बारगी माहौल को सपा के पाले में लाने का प्रयास किया, लेकिन सांसद डा. विनोद बिंद समेत तमाम दिग्गज भाजपाइयों ने संभावित नुकसान को अपने प्रयासों से बेअसर करते हुए भाजपा प्रत्याशी के प्रयासों को जीत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया। ऐसे में जब 23 नवंबर को ईवीएम का पिटारा खुला तो जीत और खुशियां दोनों भाजपा प्रत्याशी के पाले में थी, वहीं सपा प्रत्याशी व उनके समर्थक मायूस व हताश नजर आए।
मझवा में हार से जहां मीरजापुर सपा की टीम को मंथन करने पर विवश कर दिया है। वहीं चंदौली समाजवादी पार्टी को भी अपने संगठनात्मक कामकाज पर मंथन करने की चर्चाएं होने लगी है। क्योंकि पूरे उपचुनाव के दौरान चंदौली संगठन से जुड़े लगभग सभी प्रभावशाली नेता व पदाधिकारी मझवा में डेरा डाले हुए नजर आए। बावजूद इसके सपा प्रत्याशी को हार मिली, जो चुनाव प्रभारी और सांसद चंदौली के साथ ही चुनाव में लगे तमाम सपा के नेताओं को सोचने पर विवश कर दिया है। उपचुनाव नतीजा आने के बाद फिलहाल चंदौली समाजवादी पार्टी व उनके पदाधिकारी-नेता चर्चाओं व सुर्खियों में बने हुए हैं। वहीं सभी को मात देकर प्रतिष्ठा की जंग जीतने वाले भदोही सांसद डा. विनोद बिंद ने बार फिर अपने राजनैतिक कुशलता को स्थापित करने में सफल रहे हैं।