बथावर के समीप हुई हादसा टेम्पू में सवार चार अन्य गंभीर रूप से घायल
सकलडीहा। कोतवाली क्षेत्र के बथावर गांव के समीप रविवार को लगभग शाम तीन बजे करीब सकलडीहा अलीनगर मार्ग पर ट्रक और ऑटो की आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई। जिसमें टेम्पू में सवार 6 वर्षीय एक मासूम की मौके पर ही मौत हो गयी। चालक सहित परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गये। सभी घायलों को सकलडीहा सीएचसी पर भर्ती कराया गया।वही प्राथमिक इलाज के दौरान। सभी घायलों को चिकित्सक डा.बीके प्रसाद ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। हादसा इतना भीषण था कि टेम्पू के परखचे उड़ गए। घायल सभी बलुआ थाना क्षेत्र के नौदर से पड़ाव अपने नजदीकी रिश्तेदारी में जा रहे थे। इस घटना की जानकारी होते ही पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
बलुआ थाना क्षेत्र के नौदर गांव निवासी फैयाज अहमद की पत्नी 45 वर्षीय सलीमा बनो अपने 26 वर्षीय पुत्र जलाउद्दीन 21 वर्षीय पुत्री नरगिस और अपनी बड़ी पुत्री सीमा के 6 वर्षीय बेटी अतिबा के साथ पड़ाव स्थित अपने नजदीक रिस्तेदारी सलमान के घर रिजर्व टेम्पू से जा रही थी। टेम्पू गांव का ही 35 वर्षीय मुहम्मद आमिर चला रहा था। टेम्पू जैसे ही सकलडीहा अलीनगर मार्ग पर बथावर गांव के पास पहुचा। सामने से गिट्टी लदी ट्रक तेज रफ्तार में आ रहा था। तभी टेम्पू अनियंत्रित हो गयी। ट्रक और टेम्पू की आमने सामने टक्कर हो गयी। हादसा इतना भयानक था कि टेम्पू के परखचे उड गए। वहा चीख पुकार मच गई। आसपास के लोगो ने एम्बुलेंस व प्राइवेट ऑटो की मदद से सभी घायलों को सकलडीहा सीएचसी पहुचाया। जहां चिकित्सक डा.बीके प्रसाद ने 6 वर्षीय अतिबा को मृत घोषित कर दिया। वही गम्भीर रूप से घायल सलमा, जलालुद्दीन, नरगिस व चालक मुहम्मद अमीर की गंभीर हालत में प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया वही जिलाअस्पताल से सभी घायलों की हालत गंभीर होने पर इलाज के दौरान वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। कोतवाल हरिनारायण पटेल ने बताया एक मासूम की मौत और चार लोग गंभीर रूप से घायल है। जिन्हें जिला हास्पीटल भेजा गया है। ट्रक को पकड़ लिया गया है।
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नानी के घर रहकर पढ़ती थी आतिबा
सकलडीहा। सैयदराजा कस्बा निवासी जावेद की बड़ी पुत्री आतिबा बचपन से ही अपने ननिहाल नौदर रहती थी। वह कक्षा एक में गांव के स्कूल में पढ़ती थी। नानी, मामा और मौसी के साथ पड़ाव रिश्तेदारी में जा रही थी। क्या पता कि परिवार पर दुरूखों का पहाड़ टूट जायेगा। घटना के बाद पिता जावेद और माता सीमा का रोते रोते बुरा हाल था।