चन्दौली। चकिया कोतवाली क्षेत्र के दिरेहूं गांव की सोमवार की सायं बनवासी बस्ती में चीख-पुकार से पूरा गांव उस समय कांप उठा जब सोमवार की सायं खाना बनाते समय चूल्हे की निकली चिंगारी से रिहायशी मड़ई में आग लग गई घटना के दौरान चारपाई पर सो रही 7 माह के बच्चे मिन्टू की जहां जलकर मौत हो गई वहीं पास ही के दूसरी मड़ई में बंधी पाच बकरियां भी जलकर मर गई। देखते ही देखते आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया की आसपास की 6 झोपड़ियां भी उसकी चपेट में आकर जलकर राख हो गई। घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी ज्वाला प्रसाद, बीडीओ रविंद्र प्रताप सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी रघुराज सिंह कोतवाली पुलिस की टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंच गई।



दिरेहूं गांव के बैरा बनवासी बस्ती निवासी सुरेश वनवासी का पुत्र संतोष मजदूरी करने दूसरे गांव में गया हुआ था। सोमवार की सायं 6 बजे के आसपास संतोष की पत्नी मीरा अपनी रिहायशी मड़ई में चूल्हे पर खाना बना रही थी। पास ही चारपाई पर उसका 7 माह का पुत्र मिंटू सोया हुआ था। खाना बनाने के उपरांत मीरा पास ही स्थित सिवान में घास लेने चली गई थी थी। उसी दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी से मड़ई में आग लग गई। देखते ही देखते आग इतना विकराल रूप धारण कर लिया की मडई को अपने आगे आगोश में ले लिया मड़ई में जलकर उसके 7 माह के बच्चे और पास ही के दूसरी मड़ई में बंधी चार बकरियों की जलकर मौत हो गई। आगे की बढ़ रही लपटों ने संतोष की दो रिहायशी मड़ई के अलावा बस्ती निवासी सुरेश पुत्र लालजी की 3 और सुरेन्द्र की 2 मड़ई को भी अपने आगोश में ले लिया। ग्रामीणों ने घंटों मशक्कत के बाद किसी तरह बढ़ रही आग पर काबू पा लिया। घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी ज्वाला प्रसाद, बीडीओ रविंद्र प्रताप सिंह यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी रघुराज सिंह प्रभारी निरीक्षक जय सिंह पुलिस टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना मिलते की चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय पर एडिशनल एसपी सुखराम भारती उप जिलाधिकारी ज्वाला प्रसाद ने परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकारी योजना का लाभ दिलाने के साथ-साथ मुआवजा दिलाने की बात कही प्रभारी निरीक्षक जय सिंह ने बताया कि बच्चे के शव को कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई की जा रही है वहीं मरे हुए बकरियों का पोस्टमार्टम कराने के लिए पशु चिकित्सालय भेज दिया।