Young Writer, चकिया। क्षेत्र के किसान कड़ाके की ठंड में इन दिनों खाद के लिए सहकारी समितियों पर दिन भर लाइन लगा रहे हैं। फिर भी यूरिया का टोटा है। जिस सहकारी समिति पर खाद होने की सूचना मिल रही है, किसान उस ओर दौड़ जा रहे हैं। पूर्वांचल के सभी इलाकों में खाद के लिए किसानों में हाय-तौबा मची है। इसका फायदा कालाबाजारी करने वाले उठा रहे हैं।
चंदौली जिले में खाद की खुलेआम ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है और अफसर तमाशबीन बने बैठे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की दोषपूर्ण नीतियों और अकर्मण्यता के चलते और स्थिति विस्फोटक होती जा रही है। चंदौली में पहले डीएपी और अब यूरिया की जबर्दस्त किल्लत हैं। पूर्वांचल में खाद के लिए हाहाकार मचा है कार्यकारी योगी सरकार ने किसानों को फिर सड़कों पर ला दिया हैं। मजदूर किसान मंच के राज्य कमेटी सदस्य अजय राय ने कहा कि जनपद के चुनाव प्रभारी को संज्ञान में लेना चाहिए। चुनाव लड़ रहें राजनीतिक पार्टी भाजपा तो किसानों पर कहर ढाने का काम किया है। वहीं सपा-बसपा के एजेंडे में किसानों नहीं हैं। स्थिति यह है कि बोरी दो-बोरी खाद के लिए किसानों को पूरा दिन समितियों के बाहर खपाना पड़ रहा है। स्थिति यह रही कि विकलांग वसंत प्रजापति लेने पहुंचे, लेकिन लम्बी लाइन व भारी भीड़ देखकर मायूस हो गए। खाद की किल्लत की जानकारी होते ही सपा नेता अश्वनी सोनकर ने क्षेत्र भ्रमण किया। सहकारी समितियों पर गए और वहां मौजूद किसानों से उनकी समस्या जानी। साथ ही खाद की उपलब्धता के बाद जिम्मेदार अफसरों से बातचीत कर उसका हल निकालने की पहल की।
इनसेेट—
सहकारी समिति पर उमड़े किसान
कंदवा। क्षेत्र के बरहनी स्थित साधन सहकारी समिति पर मंगलवार एडीओ कोऑपरेटिव राजेश सिंह व एटीएम अनिल की देखरेख में 600 बोरी यूरिया का वितरण किया गया। यूरिया बंटने की सूचना मिलते ही सुबह से ही किसानों की भीड़ जुट गई थी। अनुकूल मौसम होनेे के कारण रबी की फसल के लिए यूरिया की मांग बढ़ गई है, लेकिन यूरिया न मिलने के कारण किसानों के माथे पर बल पड़ रहा है। साधन सहकारी समितियों पर यूरिया की पर्याप्त आवक न होने से किसानों की परेशानी काफी बढ़ गई है। निजी दुकानदार इस मौके का लाभ उठाने में पीछे नहीं हैं। समिति से खाद बंटने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान समिति पर जुट गए। एडीओ कोआपरेटिव राजेश सिंह ने बताया कि किसानों में छह सौ बोरी यूरिया का वितरण किया गया।