Young Writer, चंदौली। कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में आयोजित किसान दिवस बुधवार को हंगामेदार रही। जिले के अधिकारियों के कृत्य से नाराज किसानों ने किसान दिवस का बहिष्कार कर दिया और मीटिंग हाल से बाहर निकलकर फिल्ड में धरने पर बैठ गए। इस दौरान किसानों ने जिले के अफसरों पर कई गंभीर आरोप लगाए। कहा कि जिला प्रशासन किसान व किसानों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं है।
विदित हो कि हर महीने के तीसरे बुधवार को होने किसान दिवस का आयोजन कलेक्ट्रेट के बजाय कृषि विज्ञान केंद्र में किया गया था। लेकिन इस बार किसान दिवस कार्यक्रम में सहकारिता, मार्केटिंग, बिजली, सिंचाई व बंधी डिवीजन आदि किसी भी विभाग के प्रमुख अधिकारी नहीं आए। इससे किसान दिवस में मौजूद किसानों का गुस्सा आक्रोशित हो उठे। इसलिए एकत्रित किसानों ने इस मीटिंग का बहिष्कार किया और बाहर निकल आए। इस दौरान किसान दिवस में कृषि उपनिदेशक बृजकिशोर और कृषि अधिकारी बसंत दुबे मौजूद रहे, जिन्होंने बहिष्कार कर बाहर जा रहे किसानों को समझाने व मनाने का प्रयास किया, लेकिन किसान उपेक्षा से बेहद खफा दिखे और मीटिंग हाल से बाहर निकलकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान किसानों ने जिला प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की। कहा कि प्रशासनिक अमला लगातार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है, जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर किसान विकास मंच के राम अवध सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष अशोक दुबे, महामंत्री त्रिलोकीनाथ यादव, ऋषभ द्विवेदी, दीनबंधु सिंह, श्याम नारायण मौर्य और रमेश पांडेय, भूपेंद्र सिंह, बसंत सिंह आदि लोग भागीदार थे और भी संगठनों के कई कार्यकर्ता भागीदार थे।