Young Writer, चंदौली। धान खरीद में लगातार आ रहे व्यवधान से खफा किसानों ने मंगलवार को माधोपुर स्थित नवीन मंडी को घेर लिया। गुस्साए किसानों ने मंडी के गेट को बंद कर नेशनल हाइवे जाम कर शासन-प्रशासन के खिलाफ लामबंद हो गए। किसान कभी ऑनलाइन तो कभी ऑफलाइन टोकन व्यवस्था को लागू करने व उसे निरस्त करने को लेकर बेहद खफा थे। उनका आरोप था कि सरकार जान-बूझकर खरीद में रोड़ा पैदा कर रही है, ताकि किसानों के धान की खरीद न होने पाए। सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का लाभ देने से अप्रत्यक्ष रूप से वंचित करने का षड्यंत्र कर रही है, जो स्वीकार्य नहीं है। सरकार व प्रशासन को खरीद को लेकर अपनी मंशा स्पष्ट करनी होगी। क्योंकि प्रशासनिक खींचतान में किसानों का सीधा और बड़ा नुकसान हो रहा है। चक्काजाम व किसानों के घेराव की जानकारी के बाद एसडीएम सदर अवनीश कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने गुस्साए किसानों की समस्याओं को सुना और समाधान का मजबूत भरोसा देकर मामले को शांत किया, तब जाकर नेशनल हाइवे पर यातायात बहाल हो सकता।
दरअसल आनलाइन टोकन ले चुके किसानों साथ ऑफ लाइन किसानों भीड़ नवीन मंडी स्थित क्रय केंद्रों बढ़ गई और धान बेचने में किसानों को कठिनाइयो का सामना करना पड़ रहा है। इससे आक्रोशित किसानों ने बार-बार व्यवस्था में हो रहे परिवर्तन से नाराज़ हो कर मंडी समिति के गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही नेशनल हाइवे जाम होकर नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते नवीन मंडी गेट के बाहर किसानों की जमा भीड़ काफी बड़ी हो गयी। मौके पर हालात बिगड़ता देख वहां मौजूद कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को सूचना दिया। जानकारी के बाद एसडीएम सदर सीधे नवीन मंडी पहुंचे उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनी और धान खरीद का भरोसा देते हुए उनके आक्रोश को शांत किया, तब जाकर किसानों का आंदोलन खत्म हुआ और वे नेशनल हाइवे से हटे।