Young Writer, चंदौली। प्रदेश सरकार ने धान खरीद प्रक्रिया में एक बार फिर बदलाव किया है। आनलाइन टोकन व्यवस्था को सरकार ने एक बार फिर स्थगित करते हुए सीधे क्रय केंद्र से खरीद के फरमान को अमल में लाया है। इससे किसानों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। फिलहाल क्रय केंद्रों से सीधे खरीद की व्यवस्था आठ जनवरी से प्रभावी होगी, तब तक किसानों को इंतजार करना पड़ेगा। सरकार के नए आदेश में धान खरीद के किसी भी प्रकार के टोकन का जिक्र अब नहीं किया गया है यानी सरकार अब बिना किसी टोकन के सीधे धान खरीदने के मूड में है। इसके पीछे खराब मौसम, किसानों के उग्र प्रतिकार व आगामी विधानसभा चुनाव-2022 को वजह माना जा रहा है। खैर! वजह चाहे जो भी शासन के नए फरमान से किसानों को बड़ी राहत मिलने जा रही है।
शासन के नए फरमान की जानकारी किसानों को उस वक्त हुई जब वे आनलाइन टोकन जनरेट करने के लिए विभागीय वेबसाइट पर गए, जहां किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश लाल अंकों में अंकित थे। जिसमें यह उल्लेख था कि कृषबंधु आगामी आठ जनवरी से धान क्रय केंद्रों पर पहुंचकर अपने धान की तौल बिना टोकन के करा सकते हैं। यानी अब यह स्पष्ट है कि किसानों को क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए किसी भी तरह के टोकन की जरूरत नहीं है। इससे पिछले एक पखवारे से टोकन प्राप्त करने के लिए जद्दोजहद कर रहे किसानों को राहत मिली है। अब किसान टोकन के लिए जद्दोजहद छोड़कर अपने नजदीकी क्रय केंद्र पर धान की उपज बेच सकेंगे। इस निर्देश पर उन किसानों को बड़ी राहत मिली है जिनका धान क्रय केंद्रों पर खरीद के लिए कई दिनों से लावारिस हाल में पड़ा हुआ था। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि नए शासनादेश को तय तिथि से प्रभावी करते हुए शत-प्रतिशत किसानों की खरीद सुनिश्चित की जाएगी, जैसा कि प्रदेश सरकार की मंशा है।