Young Writer,चंदौली। Chandauli जनपद के किसानों को मौसम की जानकारी व पूर्वानुमान अब नहीं मिलेगा। इसके लिए पूर्व में की गयी व्यवस्था फिलहाल किसानों की पहुंच से बाहर हो गयी है। इसके साथ ही जिले में तैनात कृषि मौसम वैज्ञानिक को हटा दिया गया है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद से संचालित पूरी की पूरी योजना को ही बंद कर दिया है। क्योंकि इसके संचालन में धन की कमी आड़े आ रही थी। हालांकि कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी ने योजना के बंद होने की बात को सिरे से खारिज कर दिया। यह जानकारी उस वक्त पटल पर आयी जब मंगलवार की शाम हल्की बारिश शुरू होने के बाद उक्त पद पर रहे कृष्ण मुरारी पांडेय से सम्पर्क किया गया।
विदित हो कि किसानों के सहयोग के लिए नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय की ओर से चंदौली कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि मौसम वैज्ञानिक की तैनाती की गयी थी, जो मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव पर अपनी नजर बनाए रखते थे। साथ ही जनपद के कृषि कार्य से जुड़े किसानों को काफी सहूलियत होती थी। मामला चाहे बारिश का हो या फिर तेज हवाओं के प्रतिकूल प्रभाव का। कृषि मौसम वैज्ञानिक द्वारा किए गए पूर्वानुमान से किसानों को काफी मदद मिलती थी, लेकिन कुछ दिनों से किसानों को यह जानकारी मिलनी बंद हो गयी। ना तो सूचना विभाग के जरिए ही मौसम का पूर्वानुमान और जानकारी किसानों को सुलभ हो पा रही है और ना ही अन्य किसी माध्यम से मौसम के पूर्वानुमान का पता चंदौली के किसानों को लग पा रहा है। इस वक्त जनपद में धान खरीद प्रक्रिया तेजी से चल रही है। किसानों की माने तो अभी भी करोड़ों रुपये धान की फसल खुले आसमान है। मंगलवार को जब मौसम का मिजाज बिगड़ा तो किसानों के दिल की धड़कन बढ़ गयी। ऐसे में यदि एकाध दिन किसानों को जिले के मौसम का हाल पता चल जाता तो शायद वह अपने उपज की सुरक्षा के लिए समय सही कदम उठा पाते। लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा नहीं हो सकता और हल्की बारिश शुरू होते ही किसानों को बड़े नुकसान का डर सताने लगा है। ऐसी स्थिति में जब चंदौली में तैनात रहे कृषि मौसम वैज्ञानिक से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने सेवा में नहीं होने की बता बताई। उधर, कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी एसपी सिंह ने बताया कि मौसम की जानकारी के लिए केविके में लगे सभी उपकरण क्रियाशील हैं और मौसम से जुड़ी जानकारी किसान फोन करके प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि समाचार दिए जाने तक कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी द्वारा मौसम से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी प्रदान नहीं की गयी थी।