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Tuesday, February 4, 2025

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चंदौली में गेहूं की फसल के लिए बारिश फायदेमंद

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किसान बोले, दलहनी के साथ गेहूं को नुकसान की आंशका

Young Writer, चंदौली। मौसम का मिजाज बुधवार को बदला-बदला नजर आया। इस दौरान पूरे जनपद में बूंदाबांदी के साथ ही बारिश व ओलावृष्टि भी हुई। किसी इलाके में हल्की बारिश हुई तो कुछ इलाकों में तेज बारिश के साथ ओले भी पड़े, जिसेे देख किसानों की पेसानी पर बल पड़ा। लेकिन कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी एसपी सिंह ने बुधवार को जनपद में हुई बारिश को गेहूं समेत अन्य फसलों के लिए संजीवनी करार दिया। कहा कि आसमान से बारिश नहीं, बल्कि यूरिया बरसी है जिससे गेहूं की फसल को फायदा होगा।
उन्होंने बताया कि जनपद में हुई बारिश से किसान परेशान ना हो। यह बारिश व ओलावृष्टि सबसे अधिक गेहूं की फसल को फायदा पहुंचाएगा। वहीं चना व मसूर की फसलें भी बेहतर होंगी, वहीं दलहनी की फसलों को आंशिक नुकसान की आशंका है। लब्बोलुआब उन्होंने इस बारिश व ओलावृष्टि को जनपद के किसानों के लिए लाभप्रद बताया। कहा कि फसलों को लेकर यदि किसी तरह का संशय या सवाल हो तो कृषि वैज्ञानिकों से सम्पर्क कर किसान उचित सलाह प्राप्त करें। हालांकि इसके इतर जनपद के किसान बारिश व ओलावृष्टि से सहमे हुए नजर आए। उनके मुताबिक बारिश व ओलावृष्टि से उनकी फसलें पिट जाएंगी, जिसका सीधा असर उनकी पैदावार पर होगा। पंचदेउरा निवासी प्रगतिशील किसान वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है वहां दलहनी व तिलहनी फसलों को 70 फीसद तक नुकसान की आशंका है। इस ओलावृष्टि का आलू की खेती पर बड़ा व प्रतिकूल असर रहेगा। आलू की 80 प्रतिशत प्रभावित होने की आशंका है। जिन किसानों ने गेहूं की फसल को नहीं सींचा है उन्हें नुकसान नहीं होगा, जबकि दूसरे किसानों को 10 से 20 प्रतिशत नुकसान झेलना पड़ सकता है। सिकठा गांव निवासी प्रगतिशील किसान रतन सिंह व बिसौरी के कमलेश सिंह ने बताया कि बारिश व ओलावृष्टि से दलहनी व तिलहनी फसलें प्रभावित होंगी। यदि मौसम ऐसे ही बना रहा और बारिश आगे भी जारी रही तो नुकसान का प्रतिशत बढ़ सकता है।

सेवानिवृत्त भूमि संरक्षण अधिकारी आरके सिंह।

ओलावृष्टि से सभी फसलों को नुकसानः आरके सिंह
चंदौली। सेवानिवृत्त भूमि संरक्षण अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि ओलावृष्टि नाम ही नुकसान का है। चंदौली में गेहूं की खेती लेट से होती है। अभी खेतों में बोई गई गेहूं की फसल काफी छोटी और कमजोर है। ऐसे में ओलावृष्टि गेहूं की फसल को और कमजोर करेगी, जिसका पैदावार पर 25 से 30 प्रतिशत प्रभाव पड़ेगा। दहलनी, तिलहनी फसलों के साथ-साथ आलू की फसल के लिए बारिश व ओलावृष्टि नुकसानदायक साबित होगा।

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